जीव विज्ञान कोश | Jeev Vigyan Kosh
श्रेणी : विज्ञान / Science
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
29.66 MB
कुल पष्ठ :
501
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)भर्शणाणाफॉंपंट
8्नणाणफृषिंट--(0, क्कंश०, ०णा०्०8160; कण
कथ, 5808]6) अनिश्चिताकार; जंसे, पेप्टिक ग्रन्थियों की
केन्द्रीय कोशिकायें ।
शलाफुफि0 शान (01. पर्थुए, 0०6; डपा०5,
एम) जनक-संतति युग्मन, आआतृ-भगिनी संगम; जैसे
कुछ चीटीयों में भाई-वहिन का संगम (00808) ।
घपलफफ0एड -न[(ार. बशू(०5, छाणटा, संघी; जैसे
पुककेसर (5(2016705) के पु'तंतु (ह800670) के वण्डल |
[देखिये-फएणा86101:005 एक संघी ]
[एंबतलफ०००5-दिंसंघी ]
बप्लावपप्रिट--(0ा८. व, प्रणड़ बहाव णा, पट€) जद
मिका; अशाखीय ।
शपेलापंए०ट्टींध--(ए. ८, 0; बंशाविणा, घिटट; इंणिंघ,
डणढ) गशाखीय तंत्रिकाश्लैष्म ।
ब्यााह--(0८. बर्कंशा, डक) ऐडेनीन या एडिनाइन;
कोशिकाओं में पाया जाने वाला एक यौगिक जिसका
जल अपघटन (पता 05) एडीनेस (8त10856) से
हाइपोजेनथीन (श४0०४००पं0८) 05 घट खट् में हो
जाता है ।
82पलाणीघ्ड--(0:. वर्धा, डकिएत; &घ्रडा०5, 06)
एडोनोब्लास्ट; प्र णिक ग्रव्थीय कोशिका 1
शपला0लीलंए--(10. वर्धा, डोकाते; घोथोए 1800)
एडींनोकिरी; टरवीलेरिया (1८/७८0878) के विस्तृत
सहायी मैथुनांग (००0प8107४# 08805) ।
हग्एले; . छिछण,
प्रततेडा ;. एंफ्िंड, . हा०्णपा) एडीनोहाइपोफाइसिस;
पिट्यूटरी ग्रन्थि की प्रत्यिल पाली (1006) ॥
8तलाभंव--(एो८. चर्चा, इधिाए; ंघ्०5, 5५806) एडि-
नौइड ।
घ0शा0फृषि्ण6--+(0. घर्षंधा, हकाएं; शा, 10
स्वाए) गरंथिधर; पुष्पासव (प्रत्व॑था) पग्रस्थि डन्ठल
(581४) 1
8वलाणुफगाणाई--(0ाए. बंध, डॉधिएत; . छाछीण,
165) ग्रन्थिल पर्णी; ग्रस्थियुक्त पत्तीयों (पर्ण) वाला ।
8एलाणीएफुण्णीफुड5- -(68. . घर्षशा,
8तफ056 छि0प165
्रतेशाणु0पणाई--((ाए. वर्धा, डक; छ०घ5, छिण)
ग्रत्थिलवुन्ती; ग्रन्थि युक्त वुन्त (068४0०165) ।
घेशा056--(0:. वर्धा, डाधिएत) अन्विल; ग्रन्थियुक्त;
ग्रन्थिमान ।
बलाए5धाएणाएघ5--(0. बर्षेंश, इध्धात,' उशाणा,
80 86) ग्रन्यिल पुकेसरी; ग्रत्थि युक्त पुकेंसर
(डधिपाहा5) 1
प९पुप्त8/€--पर्याप्त; क्षम; तुल्य ।
8टाशंध९--ऐडरमीन; विटामिन 8,;, पाइरीडोक्सिन ।
श९डाप्--(0८. च्तंडडाा05, प्रपर्टि।टा८6) खंडूडन,
भंज्जन; किसी अंग में प्रायः सम्पूर्ण टूट या विभाजन ।
बत्तेदिणाधा!---(.. बच, ५0; उठ, णिलाट86) उपललाद;
कुछ कीट डिम्कों में ललाटिका (£005) के पास पाई
जाने वाली तिरछी पलेट ।
#वीशशान-ी-. करत, ५; कहर, (0 8) भासं-
जित ।
प्ताह्णा -- ही. द्, 10; फ्रशर, (0 घीएट) आसं-
जन; किन्हीं भागों का मिल जाना जो सामान्यतः: पृथक
होते हैं । [देखिये--८0968ं0 संसक्त]
शपे९ंश€ ८2ा5--संलग्वशील कोशिकायें; आसंजी कोशि-
कायें; चिपक जाने वाली कोशिकायें; आसंजक को शिकायें ।
86नेश£ . एप्रडॉधणाड--हा... वर्ष, 0; घर,
भाप) संलग्गशील, उपघान (गह्ियाँ); चिपक जाने
वाली गदियाँ ।
8ऐ९जर£ फथ!]घ--संलग्गशील कूट; आसंजक पैपिला ।
घ्ीशा८९--(-. वर्क, ५0 80800) प्रतिक्रिया प्रगम;
प्रचुद; किसी प्रतिक्रिया की ओर बढ़ना ।
[देखिये 20ं८0०७ प्रतिक्रिया वजन]
-ुर्ट्क--(1,, बर्षछुछ, दिए; (ाद. द०, श्णिण्कि)
वदाफकोशिका; कीटों में वसा. बनाने वाली एक
कोशिका ।
घफ्फुणलाटण्ट्रड---(... घरंधूड, दिए; (उ.. इंडपादिएड
फ़पॉट; गण, 9िणा0स) वसापवेताणु ।
8ऐफु0&6-- .. दर्के25, दि: ) वसामय; मेदोमय ।
80०5९ 00एं९६--वसा-पिंण्डक; मेदोमय पिंण्ड ।
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