श्री तेतीस बोल का थोकाड़ा | Shri Tetees Bol Ka Thokda
श्रेणी : जैन धर्म / Jain Dharm, धार्मिक / Religious
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लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
0.46 MB
कुल पष्ठ :
38
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)(१३)
इतना दिशेष कि ती1 आसनमंका एक आसन
करे-दण्ड आसन, रुउट आसन, उत्पद आसन
(१०) दश्मी पति सात दिनकी उपर प्रमाण
इतना ब्रिशेष कि तीनर्से एक आसन करे-
गोदुद्द आसन, वीरामन, अम्पडूब्न आसन
(१९) इग्यारमी प्रतिमा एक दिनकी-चीपिद्ार
बेस करे, गाम याहर पग संकोच चर-दाथ
पसार कर फायोत्सग करे
(१९) चारमी प्रतिमा एक दिनकी-चौ परिहार तेला
करे, गाम बाइर शरीर त्यागके-नेनर युछे
रवख कर-पग सकोच, हाथ पसार-अमूक
वस्तुपर दृट्टि लगा कर यान करे-देव मनुष्य
तिपरच सम्पन्थी उपसर्ग से इस प्रतिपाके
आराधनसे अवधि-मन पर्यय-केयलहान इन
सीना एफ ज्ञान होता हैं और आसनसे
चलजावे हो पागढ यन जावे, दीप का उद्ा
रोग पावे-केयली मरूपित धर्मसे भ्रष्ट चने,
इन कुल बार मतिमाओंका काल आठ
मासफा है.
तेरहें वोठे-तेरदद क्रिया स्थान (१ अब दण्ट-सुदके लिये
हिंसादि करे ( २ ) अनर्थ दण्ड -निरयंक वा कुस्सित
जन
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