श्री तेतीस बोल का थोकाड़ा | Shri Tetees Bol Ka Thokda

Shri Tetees Bol Ka Thokda by भैरोदान जी - Bhairodan Ji

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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(१३) इतना दिशेष कि ती1 आसनमंका एक आसन करे-दण्ड आसन, रुउट आसन, उत्पद आसन (१०) दश्मी पति सात दिनकी उपर प्रमाण इतना ब्रिशेष कि तीनर्से एक आसन करे- गोदुद्द आसन, वीरामन, अम्पडूब्न आसन (१९) इग्यारमी प्रतिमा एक दिनकी-चीपिद्ार बेस करे, गाम याहर पग संकोच चर-दाथ पसार कर फायोत्सग करे (१९) चारमी प्रतिमा एक दिनकी-चौ परिहार तेला करे, गाम बाइर शरीर त्यागके-नेनर युछे रवख कर-पग सकोच, हाथ पसार-अमूक वस्तुपर दृट्टि लगा कर यान करे-देव मनुष्य तिपरच सम्पन्थी उपसर्ग से इस प्रतिपाके आराधनसे अवधि-मन पर्यय-केयलहान इन सीना एफ ज्ञान होता हैं और आसनसे चलजावे हो पागढ यन जावे, दीप का उद्ा रोग पावे-केयली मरूपित धर्मसे भ्रष्ट चने, इन कुल बार मतिमाओंका काल आठ मासफा है. तेरहें वोठे-तेरदद क्रिया स्थान (१ अब दण्ट-सुदके लिये हिंसादि करे ( २ ) अनर्थ दण्ड -निरयंक वा कुस्सित जन




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