चीन का आधुनिक इतिहास | Chin Ka Adhunik Itihas
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
3.07 MB
कुल पष्ठ :
114
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)निवासी जाति और जनसंख्या ९१
५५७ राधा ला नाथ तय जप बाप हाय वय नाय लगा
जातियां हैं । इनमें मिश्री और बाचुलीकी तो ऐतिहासिक ख्याति ही भर रद
गई है। परन्दु चीनी और हिन्दू जाति अब भी संसारके सुधीवुन्दका
ध्यान आछकुष्ट कर रही हैं । यह अन्तर क्यों है १ इन दोनों जातियोंके अन्दर
जरूर कुछ खास खूचियाँ हैं जिनसे ये इतने हजार वर्षीसे कायम रह सकी हैं ।
अच्छा तो चीनी जातिके ऊपर विचार किया जाय । चीनी जनताकी खास
विशेषताएं ये हैं--( १ ) अध्यवसाय ( २ ) परिस्थितिके अनुकूल अपनेकों
चदलना और ( ३ ) सामज्स्य तथा एकताकी शक्ति । इनके अलावा तीन
और विशेष गुण हैं--( १ ) शान्तिथ्रियता (२ ) नम्रता और ( ३)
निष्कपटता । दूसरी जातिकी नाई चीनी जातिमें भी कुछ दोष हैं । पर ये
दोष इतने नगण्य हैं कि इनसे आसानीपूर्वक छुटकारा पाया जा सकता है ।
आधुनिक युगमें दुनियाके एक हिस्सेका दूसरे हिस्सेके साथ घनिष्ट सम्बन्ध हो
रहा है तथा आपसमें एक दूसरे पर अधिक निभेर होते जा रहे हैं और इस
कारणसे चीनी लोगोंने भी विदेशी सभ्यताकी वहुतसी 'चीजोंको अपनाना प्रारम्भ
कर दिया है । आशा तो यही की जाती है कि चीनी लोग अपनी अच्छा-
इयोंको रखते हुए दूसरी जातिके सम्पर्कसे क्रमशः अपने दोपोंको मिटा देंगे ।
इसी पर चीनी कौमकी सहानताका भविष्य निर्भर है ।
नाना अथवा सॉिजनि नोचि लिन सला
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