यशोधरा | Yashodhara
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
1.2 MB
कुल पष्ठ :
206
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)ययोपरा श्प
बता जोक, क्या इसीलिए है
यह जोवन का फूल हाय !
पका प्रौर कच्चा फल इसका
तोड तोड़कर काल साय 1
एक बार तो किसी जन्म के
साथ मरण भनिवार हाय !
वार वार घिक्ार, किन्तु यदि
रहे मृत्यु का दोप दाय !
झमूनपुष्र, उठ, कुछ उपाय कर ,
चल, चुप द्वार न वेठ हाय !
सोज रहा है बया सहाय तू ?
मेट झाप ही. झन्तराय 1
पु
पडी रह तू मेरी मव-मुक्ति !
मुक्ति-हेनु जाता हूं यदद मैं, मुक्ति, सुक्ति, घस मुक्ति ४
मेरा मानस -हंत सुनेगा भोर कोन-्सो थुक्ति ?
गुक्ताफल निट्देन्द्ध चुनेगा, चुन ले कोई धुक्ति।
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