संस्कृत सुषमा | Sanskrit Sushma
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
3.53 MB
कुल पष्ठ :
84
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)( हे )
स्नस्थस्थित रचुरगोझ शो मिहाडि ।
हंस; ससारसदले: प्रतिवादिवासि
सीपान्तराशि जनपन्ति सू्ां ॥|
स्फुटकुमुद चिंतानां राजहंस
मरकतमणिमासा भूर्तिदाध ।
थश्ियमहिशयरुपां च्यो नतोया पनानाएू
वहति विगतपेघं चस्ट्रदारारसीणेप्
सरदि कुएदबज्ञावायदों मात्ति शीता
चिगतजलदबुन्दा दिवि पागा सनोडा:
शिगवकठुपमम्म! श्येनपडा धरत्री
व्योध ॥'
रक़्मुखवानरकथा
श्रद्ति कस्मंधित महान जस्दूपादप! |
तत्र च रक्तमुखो नाम वानरः प्रतिचसतिस्म । वद यच तस्य
तरोरध: कदादिटइरालसुखों नाम मकर:
झ्िप्कम्य तीरोपा ते न्यविद्यतु । ततथ रक्तमुखेन दे ओके
मो भवान ।' तदक्षयतु मचा दसान्य-
सृवतुस्यानि जम्वुफठापि ।
एचप्ठुक्ता' तस्मे जम्बूफठ!नि ददौ । हानि
तेन सह चर शूयो5पि
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