ओबर्ज की रात | Obarj Ki Rat
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
0.46 MB
कुल पष्ठ :
110
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)4३
जचती हो खूब
सजनी हो खूब
दु्हिन सी,
तेरे मुनहते बाल
ये सोने के बाल
रे हैं
मम रहे हैं
मूच रहे है
तेरे बन्धों पर
यह ममता यौवन
यह पुवारता यौदन
यह ललकारता यौवन
जगा देता है
जीने की हसरत,
देखते हो, यद निधोताइट !
यह सारा शमा, रंगीन छत,
बेठे हुए लोग, टूज में
प्रोज में,
रादके पाम वात एक, भ
धीम एक
तरीका एक
मकसद एक ।”
हों, मैं दुमहिन
हर शाम बी दुलदिन
शाम के साथ सुद्दाग आता
सुबह के माथ दुदाग आता
शाम के साथ प्यार आता
शाम के राथ यार आता
शाम के साथ,
प्यार में ज्वार झादा
सुवह के साय उतार बाता
शाम है, जाम है
शाम है, शराव हैं
दाम है, धवाव है
ओवर्ज्ध की 1
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