हिन्दी - कहानी की रचना - प्रक्रिया | Hindi Kahani Ki Rachna Prakriya

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
Hindi Kahani Ki Rachna Prakriya by परमानन्द श्रीवास्तव - Pramanand Shrivastav

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about परमानन्द श्रीवास्तव - Pramanand Shrivastav

Add Infomation AboutPramanand Shrivastav

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
शवक्दूचो 1... [१ २: प्राचीन हिन्दी-कहानी न भ्रु३--प६ (क) प्रस्तुत युग की कहानी -अर्थात्‌ प्राचीन हिन्दी-कहानी-यथाथें बोघ का अभाव : कल्पना का .अतिरेक-बौद्धिक तथा कलात्मक सुरुचि का अभाव--प्राचीनता की. सीमा-रेखा । (ख) प्राचीन कहानी- प्रमुख कहांनी लेखक तथा कृतित्व-- प्रेरणाओं के स्रोत-लल्ललाल कृत प्रेमंसागर-सदल मिश्र - नासितोपाख्यान- सैयद इशा अल्ला खां- रानी केतकी की कहानी- कुछ . विचारकों की दृष्टि में हिन्दी की पहली कहानी-अन्य प्रयत्न-- भारतेन्दु युग । : (ग) प्रस्तृत युग की स्चना-प्रक्रिया का अध्ययन-कहानी कला . के विभिन्न .. तत्वों पर पुर्वविचार- रचनात्मक प्रक्रिया के अध्ययन का प्रदन-- प्रस्तुत युग की कहानी का, कहानी-कला के विभिन्न तत्वों की दृष्टि से अध्ययन- कथानक-चरित्र चित्रण-वातावरण-चरम कुतूहल और संघर्षे-भाषा और शेली--संवेदना तथा उद्दद्य । उपलब्धियां :-और सी माए:-संयोगत्व की. सीमा-आकस्मिकता. के कौतुक की प्रतिष्ठा-नीति या आदर्श की. पक्षघरता- दो. कहानियों पर ' विंचार-राजा भोज का सपना-मेले का ऊँट-प्राचीन कहानी. की 'रचना-प्रक्रिया की सीमाएं । ७ घ चिडकरणी ३ : प्रेमचंद-युग की हि्दी-कहानी _..... झ७--१४९७ (क) - प्रेमचंद-युग की हिन्दी-कहांनी : नवीन या; आधुनिक: कहानी. (पूर्वाद्ध ) (ख) प्रेमंचंद-युगं की रचनांत्मंक चेतना .: प्र रणाओं 'के : स्रौोत-ऐतिहासिक परिस्थितियाँ-मानसिक परिस्थितियां-सामाजिक मनोविज्ञान का उपयोग-यथाथे की चेतना भौर आददं का प्रदन 1 (ग) प्रस्तुत युग. के कहानी लेखक--.. उनका. कृतित्व-प्रेमचंद-- अध्यापक से लेखक-आन्दोलन की तीब्रता- लेखक का उत्साह-रचना. के प्रति दृष्टि- « कोण. तथा रचनास्मक विकास- जयदांकर प्रसाद-चन्द्रघर शर्मा गुलेरी- ... प्रेमचंद की. रचना - प्रक्रिया से प्रभावित कहानीकार - विदवम्भरनाथ




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now