इतिहास संग्रह | Itihas Sanghra
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
2.22 MB
कुल पष्ठ :
202
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)(४ ३
को उत्पल बरके उसमें भोगदी इच्छाकी तो दिशिर हुये जय उसके पीछे दौड़
सो भाति चतुरानन भं।र परचानन भी हुये '्स्थीत् जितनीयार
ऊुइ्टि बी उननेंदी शिरवों शिरने झपने ब्मयुप्ठ से बट
डाला ( सैरव क० दे० )
चाहन-इस सखी नाम-शारदा,गिरा,दियधाजी,साविनी,;घाही
'मादिदे-भौर दाइन इनरा इ्सिनी ई जिससे दाद उत्पत्ति दे--
नदी ( जिसके यशिष याचनपर उत्पन दिया ) गंगा सदी
( भगीरय के माथना से भूतन में थाई »
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