ब्रह्मसूत्र भाष्य भाग 3 | Brahmasutra Bhashya vol-iii
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लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
15.02 MB
कुल पष्ठ :
376
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)|. | २. उपसंद्दाराधिकरणम दर नर ४ सवंवेदान्तप्रत्ययत्त्रे सर्वविज्ञानानां गुणोपसंहार फलमिति निणय तक ३. जअन्यथात्वाधिकरणम ६२४---६२८ बेद्यमेदनिरूपणपेन वाजिनां छन्दोगानां च उद्दी- थविद्या अथवादसंज्ञासाम्यडपि भिन्ना--इति सिष्क्ष -. दर ४. व्याप्यधिकरणम ६२८--६३१ आओमित्यतदक्षरामत्यल सामानाधघिकरण्ये अध्यासा- पवादेकत्वविद्वेषणपक्षाणां निरूपणम् कचरे गोण्या लक्षणातों दुबलत्वात् निष्फलत्वात् पदा- न्तरवैयर्थ्याच अध्यासापवादेकत्वपक्षान निरस्य विद्ेघणपक्षेण सिद्धान्त ... ६२९ ५. सवाभ्ेदाधिकरणम ..... द३१--६३३ प्राणसंवादे वसिष्टत्वादिगुणानासनुक्तानासपि एक- प्रधानसंबद्धानां कोषघीतकिब्राहझ्मणगतेन एपं- दाब्देन पराम्रष्ठं योग्यत्वादुपसंहार इति निर्णय ६ ३१ ६. आनन्दाद्यघधिकरणम ६३ ३-६ ३५ वास्तवानां विधेयानां च गुणानां बस्ठुधर्मतया नव
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