भारतीय अर्थशास्त्र | Bhartiya Arthsastra
श्रेणी : अर्थशास्त्र / Economics
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
6 MB
कुल पष्ठ :
376
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)(जज
विक्रय सम्बन्धी ब्यहुविधाएँ--दलालों की श्धिकता-पदार्थों के
माव-ताव करने में वियय में-दाट-व्यवस्या-साल का विदारनना
व्यापारिक सफलता श्रौर ईमानदारी--युद्ध श्रौर देशी व्यापार |
पृष्ठ रु १-रद६४.
चोसवाँ अध्याय
विदेशी व्यापार
प्राकपन-- भारतवर्ष का प्राचीन व्यापार--व्यापार का परि-
माण--व्यापार का स्व॒रूप--शझ्ायात की वस्तुएँ -रूई श्रौर सूती माल
नएरेशमी श्रीर कनी माल-लोौदि श्रीर फौलाद का सामान--चीनी
मिट्टी का तेल श्रौर पेट्रोल--कागज़-+श्रायात की श्न्य बश्तुएं--
हमारे निर्यात के पदार्थ; जूठ '्रौीर उसका सामान--रूई श्रौर यूती
माल--छा पदार्थ--तेलइन--चाय--चमडा श्र खाल-एऊन-ण
घातु--ब्यापार की बाकी--सीमा की राह से ब्यापार--श्रायात-निर्पात
सम्बन्धी विशेष वक्तव्य--विदेशी बहिष्कार श्रौंर विश्वर्थघुत्व--विदेशों
में मारतवर्ष का. गौरव--युद्ध श्रौर विदेशी व्यापार--युद्धोत्तर
ब्यापार |
श्रृष्ट र६५--र८३
इकीसवाँ झध्याय
विदेशों व्यापार को नोति
संरचण नौति--मुक्तद्वार-व्यापार-नौति--इन नौतियों का ब्यव- ४
द्वार--भागत की च्यापार नोति--निरयोतनकर--साधाज्यास्तगंत रिया-
यत--साम्राउ्य सम्बन्धी व्यापार का स्वरूप --छाघाज्यान्तर्गत रियायत
से भारत की दानि--व्यापादिक समसमौते--ब्यापार मीति श्रौर श्वन्त-
रॉप्ट्रीयता । शप्ठ रेठप--रदर
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