श्री छत्तीसबोल संग्रह भाग - 2 | Shri Chhattisabol Sagrah Bhag-2
श्रेणी : धार्मिक / Religious
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
10 MB
कुल पष्ठ :
533
श्रेणी :
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about भैरोंदान जेठमल सेठिया - Bhairodan Jethmul Sethia
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)। शान ही
री हे पूछ (पन्ना
श२ परिसहू श्ट६ से १९
२२ परिसदद विचार र९५ से रु९८,
केवलीनें १९ परिसह दोय तिणम एक
समय ९ वेदे शीत्तरो वेकें नण उपए
नहीं उप्णुरों वे जे शीत नहीं सलपरों ि
घेरे जणे चोरों नहीं चर्यागे येद जे
सज्ारों नद्दां ऐसो केदणों ।
(शुद्धि पत्रसे ्दुद्धि नियाल कर परों )
२३ थोल मोक्ष जाणफा श्९
२४ तिथक्राका नाम २०१,
२४ «८ढकका योल रप्द्े
सत्तय कदता प्रश्दीयातिकमि ४ लटक पाय
सत्तवर अलसियेमें २० ददक पाप
समायिकरा पंचीस भेत रपट
' नुद्धि पत्र देखो ”
(१) द्रव्यमें निकट भवी (२) सेसमें नस
नाड़ी (३ कालमें लेश दणो धद्ध
पुद़लीग (४) भावमे लय उपसभ (४
डब्ययकी प्च आश्रवग सांग ऐसो
श्द्ण
२' माइना ( पाद सददा्रमयी ग्घ्पु
User Reviews
No Reviews | Add Yours...