चन्द्रशेखर आजाद | Chandrashekhar Ajad

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
Chandrashekhar Ajad by देवीप्रसाद धवन - Deviprasad Dhawan

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about देवीप्रसाद धवन - Deviprasad Dhawan

Add Infomation AboutDeviprasad Dhawan

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
पहिला नबयुवक चर्द्रदोखर 'आजाद' भइया । अच्छा तो फिर मै सभा की ओर चला । : हाँ जाना ही चाहिये । इस प्रकार कारों की भॉति हम कब तक अत्याचार सहन करेगे । आज आजादी की लड़ाई हमको पुकार रही है हमको आगे बढ़कर अपनी कुरबानी देनी चाहिये । तुम चलो रमेश । मै भी आने की चेष्टा करूँगा । [दूसरा नवयुवक चला जाता है] पहिला मवयुवक . देश की आजादी ! किन्तु अब सहन नहीं हो सकता । इन विदेशियों ने हमको मोम का समझ रवखा हैं । हम उनको बतला देगे कि भारतवासी भी अपने मुल्क पर मरना जानते है: अपनी आजादी लेना जानते है । किन्तु हम निशस्त्र है-हमारे लिए अहिसा की लड़ाई सर्वोत्तम मार्ग है । हम-हम-वकिन्तु अब सभा का समय हो रहा है । आज कुछ होकर ही रहेगा । हम भेढ और बकरी नही है। हम भी वतन पर मरना जानते है । बन्देमातरमू । [ चला जाता है ]




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now