पाश्चात्य तर्क शास्त्र भाग 1 | Paschatya Tark Shastra Bhag 1

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Paschatya Tark Shastra Bhag 1  by लक्ष्मीचन्द्र जैन - Laxmichandra jain

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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( १७ ) (४) हेतुफलाब्रित से वैकल्पिक है ८. विश्षेषण सयोगातुमान $ै ६ मिश्रप्रत्ययानुमात नवाँ अध्याय शवुमान प्रकरण निगमन-विधि दूसरा भाग परंपरानुमान न्याय वाक्य (. गुढ) | १. न्यायवाक्य क्या है? 6 २. न्यायवाक्य का स्वरूप है ३. प्राच्य और पाइ्चात्य पढ्तियों में न्यायवाक्य $ ४. न्यायवावय के प्रकार (१) शुद्ध निरपेक्ष न्यायवाक्य (२) शुद्ध हेहुफलाधित न्यायवाव्य (दे) मिश्र न्यायवाक्य (क) हेतुफलाबित निरेक्ष (ख) वैकल्पिक निरपेक्ष (ग) मेण्डक-प्रयोग पृ हद रद रद १४७ रद्द ५१ र्५५ र्‌५४ १४५६ रु १४६ ्श् १्श्७




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