मूंडै बोले रेतडली | Moonde Bole Retarli
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
2 MB
कुल पष्ठ :
158
श्रेणी :
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about सरदार अली परिहार - Sardar Ali Parihar
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)मूड लाठा पड़ती दीस, बासु नाल गावडली |
तावडिये में भठका खादी, जीव छोड द भसढली । 63 ।
भूखी तीसी धूठ भरोडी, काम करे दिन रातडली ।
टाबरिया नै घरा छोड दया, रोता डुसका हिचकडली 164 |
टाबरिया गरठाव! भूखा, मास चाटले आतडली 1
रोता रोता हिचक्या बधगी, आसु सुक्या आखडली । 651
गोद्या मैं टावरिया बिलखें, मावड विलख रोटडली ।
बाबल गुम सुम* वण ऊभी है, ना निसैर है वोलडली । 66 ।
फाटी कुडती हाथ कटोरी, लीरम लीरा* चूदडली ।
सुघ-वुघ भूली घर घर मागै, हाथ फलाय मरदणली । 67 ।
पेट भूख है लूवा चाल, आरया फिरगी रातडली ।
तनडो सूक्यो मनडी वुझियी, हाडया चिपगी चामडली 1 68 |
कुटम-कबीली मूडौ मोट, भगदड मचजा गावडली ।
पकड़ काठजी सासर४ ऊभा, हेला देवें मौतडली 1 69 ।
भूखा मरता आजे भाज, टकरा खावे भीतडली 1
तिरवाठा आख्या में आवे चक्कर खांवे साथडली । 701
घर म सृत्या टाबर छोडया, रात बिराता गोरडली ।
भूखा मरती काकड* छोड, बाबल साथे मावडली । 71 ।
गाण बाण ने छोडया छिटक्या, मगती माग रोटडली 1
भूखा मरती दिनडी काट, रोवे आखी रात्डली । 721
हाथ पगा सू दिखें अडोछी*, काजठ सुनी आाखडलो ।
भगासुडा रा बाठा. वहव, ड्सके रोवे कामणली । 73 1
1 हुदय दिदारक रोना 2 चुप चाप 3 तार-तार 4 जानवर
5 गाव वी मन्तिम सीमा 6. स्खगार-जाभुपण विह्वीन
मूड बोछ रेतहली 15
User Reviews
No Reviews | Add Yours...