बाल जीवन माला पास्कल | Bal Jeevan Mala Paskal
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
2 MB
कुल पष्ठ :
84
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)हां तो, पास्कछ के पिता में और कारडिनल रिचेली
में एक बात को लेकर मतभेद हो गया; जनता पर
तये टैक्स लगाने की वात को लेकर ।
काडिनल से मतभेद ? बहुत बड़ी बात थी उस '
जमाने में । पास्कल के पिता को नौकरी से हाथ धोने'
पड़े । इतना ही नहीं, भय से कई दिनों तक उन्हें अपने
को और अपने परिवार को अज्ञात रखना पड़ा ।
लेकिन ऐसा कितने दिनों तक चल सकता था ?
रिचेली की कृपा पुनः प्राप्त करने के लिए कोई न कोई
उपाय खोजना ही था ।
आखिर पास्कछ की बहन जववेलिन ने एक उपाय
खोज निकाला । तुम जानना चाहोगे कौन-सा उपाय ।
तो, सुनो...
एक दिन की वात है । कार्डिनल रिचेली पेरिस
के एक थियेटर में नाटक देखने गये । रिचेली को
नाटक वहुत पसन्द आया । विशेषत: एक लड़की का
अभिनय । वह थी भी बड़ी खुबसूरत ।
नाटक के समाप्त होने पर रिचेली ने उस लड़की
का नाम पूछा । उसका नाम था : जकक््वेलिन । पास्कल
की बहन ।
पथ
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