रोटी का राग | Roti Ka Rag

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Roti Ka Rag by श्रीमन्नारायण अग्रवाल - Srimannarayan Agrwal

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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गे के #चओो गे के क्या होगा गाकर “अनन्त” का नीरव '्योर “मदिर' संगीत ? सलयानिल के उच्छवासों का समर, निकर-मरमर गीत ? कनक रश्सियों के गोरव से क्या होगा दुखियों का न्राण; रूखी रोदी ही. में जिनको हे यथार्थ जीवन का आाण ? होगा क्या चनवाकर कदिते, तुदिन विन्डु की निमल माल ? विस्प्ति के श्रसीस सागर में फेलाकर स्वप्नों का जाल ! तीन




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