भवभूति के उत्तरमंचारितम | Uttaramcharitam Of Bhavabhuti
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
22 MB
कुल पष्ठ :
469
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about दि॰ जैन ब्र॰ सुंदरलाल - Di॰ Jain Bra. Sundralal
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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चोत्तममु । मूलस्थान ततः पदचादस्तमानाचले रविम् । स्थाप्य चिमूर्ति साम्वस्तु
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ख्यातं कृत्वा पुनर्नवमू 28 घ८ सणि0एंगट्ट एटा5८5. ब्य८ मथुरायां तथा चैक
स्थाप्य साम्वों वसुन्चरे । स्वनाम्ना स्थापयामास पुराणविधिना स्वयम् । एवं
साम्बपुरं नाम मथुराणां कुलेदवरम् । बराह 177. 54वीं, सदाट द फूफट्वाइ
पद. साम्वपुर कड फिट (ट्प्रघुए1 ८ 0 फिट 5 व फद2पिापाएवे.
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