भगवान राम भाग 2 | Bhagwan Ram Bhaag 2
श्रेणी : इतिहास / History
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
1 MB
कुल पष्ठ :
54
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
He was great saint.He was co-founder Of GEETAPRESS Gorakhpur. Once He got Darshan of a Himalayan saint, who directed him to re stablish vadik sahitya. From that day he worked towards stablish Geeta press.
He was real vaishnava ,Great devoty of Sri Radha Krishna.
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)श्घ भगवान राम भाग २
लेकर युद्ध करने दोड़ पड़े । राक्षसोंकी बड़ी भारी
सेना देखकर श्रीसीताजीकों श्रीरामने एक गुफीमें
भेज दिया और लक्ष्मणजीकों उनकी रक्षाकें छिये
रख दिया तथा स्वयं राक्षसोंसे युड करने खड़े हो
गये । बड़ा भयानक युद्ध हुआ । थोड़ी ही देरमें
श्रीरामने खर, दूषण, त्रिद्विरा तथा उनकी सांरी
सेनाकों समाप्त कर दिया ।
खर-दूषणकें मारे जानेपर शूपणखा लंकामें
रावणके पास गयी । रावणने शूपणखाकी सब बातें
सुनीं । राक्षस रावण बड़ा विद्वान् था । उसने
समझ लिया. कि... खर-दूषण-जैसे बलवान
राक्षसोंको कोई साधारण मनुष्य नहीं मार सकता |
अवच्य भगवानने अवतार छिया है । भगवानके
हाथसे मरनेसे भी मोक्ष आाप्त होता है, यह सोचकर
रावणने . श्रीरामसे.. कात्रता. करनेका.. निंश्रय
किया । महर्षि विश्वामित्रकी यज्ञरक्षाकें समय
श्रीरामने बिना नोकका बाण मारकर मारीत्व राक्षसकां
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