नागरिक सिद्धान्त | Principles of Civics
श्रेणी : इतिहास / History
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
7 MB
कुल पष्ठ :
174
श्रेणी :
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about गोरखनाथ चोबे - Gorakhnath Chobey
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)नागरिक शासन, तात्पये, क्षेत्र तथा अन्य विषयों से सेबन्ध 9
समाज का कोई कल्याण नहीं हो सकता । प्रत्येक शाख्र 'सपना
दो पहलू रखता है--एक सावास्मक, दूसरा क्रियात्सक । पाले में
उसके सिद्धान्तों तथा गूढ रहस्यों की व्याख्या रहती है तथा दूसरे
में उन्हें कार्यान्वित करने की क्रियाओं का चणेन रहता है । दोनों
की जानकारी के बिना शाख्र में पूणता नहीं 'आती । उदाएरण के
लिये गणित शास्त्र को ले ले । यदि लघुनम, महत्तम, न्याज, लाभ-
हानि, क्षेत्रफल आदि प्रश्नों को हम अच्छी तरह समझ ले' तो
जीवन मे इसकी उतनी उपयोगिता नहीं है जितनी घास्तविक
रूप में होनी चाहिये । एक वैज्ञानिक गणित के प्रश्नों को हल
करने के लिये गणित शास्त्र का अध्ययन नहीं करता । उसका
उद्देश्य वैज्ञानिक झनुसन्धानो में गणित शास्त्र के सिद्धान्तों का
उपयोग करना होता है। नागरिक्र शास्त्र के भी दो पहलू ऐ ।
एक मे सिद्धान्तों तथा नियमों का वर्णन होता है जिनकी जार-
कारी के बिना सामाजिक ज्ञान अधूरा रद जायगा। लेफिन
इसका क्रियाटमक पहलू पहले से कहीं '्ावश्यफ है। बातों क्रो
जानकर उन्हे ठुकरा देने से कोई लाभ नहीं । यदि हम सत्य
बोलने के लाभ-हानि पर रोज विचार करे और इस पर 'छानेफ
मुस्तके भी पढ़ जायें, परन्तु छोटी-छोटी बातों के लिये भूठ
बोलते रहे तो हमारी सत्य की जानकारी से क्या लाभ ? या
कौन नहीं जानता कि माता-पिता तथा गुरु के प्रति '्मादर-भाव
रखना चाहिये । यह किसे नहीं मालूम है कि श्रपने श्रढ़ों करा
सम्मान करना चाहिये । भावात्मक रूप में यद धान सभी जानेसों
हैं कि जहाँ जैसा अवसर हो वहाँ उसी प्रकार का व्यवहार फरसी
साहिये । परन्तु कार्य रूप में समाज में कुछ श्रीर ही टिखाई
पढ़ता है । इसका कारण यहीं है. कि क्रियात्सक पहलू पर जोन
नहीं दिया जाता । नागरिक शास्त्र में क्रियात्मक पहलू का 'ंह।
भावात्मक से अधिक है । इसीलिये इस शास्त्र की व्याख्या क्र ,
User Reviews
No Reviews | Add Yours...