प्रारंभिक रचनाएँ | Prambhik Rachanayen
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
5 MB
कुल पष्ठ :
135
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)मंगलारभम
'प्रियतम, मेंने बनने को तेरी सुंदर ग्रीवा का हार,
ललित बहिन-सी कलियाँ छोड़ीं,
भाई-से.... पल्लव सुकुमार,
साथ-खेलते. फूल, खेलती-
साथ तितलियाँ विविध प्रकार,
गाद-खेलाते हुए... पिता-से
पौधे का सु स्नेह झपार,
मात-सी प्यारी क्यारी का
सहज सलोंना, 'सरल डदुलार,
बाल्य-सुलभ-चांचल्य चपलता
छोड़ी, बेंधी नियम के तार,
छाड़ा निज... क्रीड़ाशुभस्थली
शुभ्र वाटिका का घर-द्वार;
'प्रियतम, बतला दे आकर्षक है क्यों इतना तेरा प्यार !
यान प० र
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