आत्मानंद स्तवनावली | Atmanand Stavanavali

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
Book Image : आत्मानंद स्तवनावली  - Atmanand Stavanavali

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about कर्पूर विजय जी महाराज - Karpoor Vijay Ji Maharaj

Add Infomation AboutKarpoor Vijay Ji Maharaj

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
खुच्ासिट ( & ) उदारता अने घमवाद्धिना समुज्ज्वल हृ्टांतो पुरा पाडछे अने ते उपरांत, जेओ चतुथेत्रत धारी रही; सपम-नियमनी खसुंद्रताना पाठों परि चयथी आने पुरा पाडछ, तेमने धन्यवाद आप्या बिना केस रही शकाय ! दासनदेव एवा धर्मंप्रेमी सहाय को, वाच- को अने उत्तेजकोलु श्रेय; करों । द्वितीयावत्तिमां भूल के भ्रांन्तिने स्थल न होय, छतां अमारा वाचकोानी उदारता उपर विश्वास राखी कहीए छोए के- करजों माफ अमारी पामर भ्रांतिओं, दिनचयामां प्रतिपगले जे थाय जो, मेहमानों आओ सनहें आ स्वीकारलों ।”” कपूरविजय । वनारस द्वितीय भाद्रपद शुक्क प्रतिपत्‌ एके नाणानण




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now