काले सागर का गोरा देश रोमानिया | Kale Sager Ka Gora Desh Romania
श्रेणी : भूगोल / Geography
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
6.68 MB
कुल पष्ठ :
133
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)8 काले सागर का गोरा देश रोमानिया शिमला मिर्च गोभी गाजर टमाटर खीरा आदि सब्जियाँ नमक सिरका और पानी में मिलाकर रख देती हैं जिन्हें लोग सारी सर्दी थोडा-थोडा निकाल कर खाते रहते है । अभी बर्फ़ का साम्राज्य समाप्त होने भी नहीं पाता कि लोगों की जबान पर बसेत का नाम आना शुरू हो जाता है और रेडियो-टेलिविजन आ वेनीत प्रिम वारा आया बसंत के नारों से बसंत का आहवान शुरू कर देते हैं और एक सुबह अचानक आप पाते है कि जो पेड़ कल शाम तक बर्फ से कानाफूसी कर रहे थे अनगिनत हरी-पीली कोपलों से लद गए हैं । देखते ही देखते गुलाबों की झाड़ियों पर फूलों की गुलाबी चादर छा जाती है और कल तक सूखे पढ़े पेड़ों में प्से इठलाने लगते हैं जैसे किसी ने स्विच दबाकर एकाएक बर्सत को बुला लिया हो । आप ध्यान से देखें तो यह कोई करिश्मा नहीं । अक्तूबर-नवम्बर कै पतझड़ के दौरान पेड़ों के सभी पत्ते ज़मीन पर झड़ जाते हैं और सर्वी के तीन माह तक बर्फ़ के नीचे दबे पढे रहते हैं जहाँ वे उर्वरक खाद में बदल जाते है। बर्फ़ की भीगी ताजगी में नहाकर और नई खाद से पौष्टिक खुराक पाकर मिट्टी में एक अदभुत शक्ति का संचार हो जाता है और फिर अचानक सूर्य की सेक पाकर इसकी उर्वरक शक्ति कई गुनी बढ़ जाती है । शहर के कोने-कोने में लाल हरे पीले रंगों का साम्राज्य बिछाने के काम में प्रकृति और बुख़ारेस्त प्रशासन दोनों में एक प्रकार की होड-सी रहती है । बर्फ़ की समाप्ति का हत्का-सा आभास पाते ही बागवानी विभाग के ट्रक-के-ट्रक भाँति-भाँति के फूलों के पौधे गमले और लघु आकारी बोनसाई पेड लेकर निकल पड़ते हैं और देखते ही देखते सारी सड़कों के दोनों किनारे और आस-पास की ज़मीन बहुरंगे फूलों से खिल उठती है । रोमानिया में मार्च को बसंत का विधिवत आरम्भ माना जाता है । इस दिन मर्तिस्वारे का त्यौहार मनाया जाता है जिसमें पुरुष महिलाओं को मतिस्वारें उपहार में देते हैं । मर्तिस्वारे राखी के आकार जैसा तागे में लटका छोटे तगमे की तरह होता है जिसे महिलाएँ ब्लाउज या कोर में लगाती हैं । देखिए पारदर्शी 1
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