आर्गेनन | Organan
श्रेणी : स्वास्थ्य / Health
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
14 MB
कुल पष्ठ :
423
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about महात्मा सैमुएल हैनिमैन - Mahatma Saimuel Hainimen
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)(ठ )
विषय सूत्र संख्या
वाहरी प्रयोगकी दवाओंसे और क्या हानि होती है ?
यदि ऐसे स्थानिक रोगोंमें सम्पूण॑ सम-लक्षण-सस्पन्न औषधका
प्रयोग म दो ? न
पर यदि बाहरी दवाधोंसे स्थानिक रोग दूर न किये जायें, तो
क्या सुविधा होती है ?
शरीरके मीवर दाये रोगसे जीवनी-शक्ति अपनी रक्षा कसे
करती है 2 नस
यदि प्राचीन चिकित्सक मलइम, प्रलेप बादि लगाकर ये स्थानिक
रोग नष्ट करें; तो क्या परिणाम होगा ?
क्या स्थानिक रोगोंका बाहरी इलाज ही अनशिनती पुरानी
बीमारियोंका कारण है ? +्न०
ये पुरानी बीमारियाँ किन रोग-वीजोंसे उत्पन्न होती हैं ?
होसियोपेथिक चिकित्सक इन स्थानिक रोगोंकी किस ढंगसे
चिकित्सा करते हू ?
किसी पुरानी बीमारीका रोग-बीज कंसे अनुसन्धान करना
चाहिये ? कर
रोग-बीजके अनुसन्धानके वाद धर क्या जरूरत पड़ती है ?
रोगीमें क्या-क्या देखना चाहिये ? ००
इसके बाद भी कया सम्पूर्ण लक्षण लेना आवश्यक है ?
एकांगी रोगोंका- मूल कारण कया है ? कया ये ही मानिसिक रोग हैं ?
क्या रोगीकी मानसिक अवस्था ही ओषर्ध-निर्वाचनमें , प्रधान
.* सहायक होती है ? ++
क्या थौषधघ मनको बदल देती है ? दर
« यदि मानसिक और प्रझृतिगत लक्षणॉपर ध्यान न दिया जाये १
मानसिक रोग कैसे आरोग्य किये जा सकते हैं ?
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