जैन भजन रत्नावली | Jain Bhajan Ratanavali
श्रेणी : जैन धर्म / Jain Dharm
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लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
1 MB
कुल पष्ठ :
64
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)प्र
र्श
[ चाझ- | नांटस [ लोन कष्टरदा ]
नोट--राम का लक्भन को सीवा की तलाश करने का
इुक्म देना ।
देखो लडमन इयर उपर फर टोकझर तीर समान
संगक्ष देखो-दरिया देखो-देखो थूम घमान |
सिर कदर दे अन्दर याइर-जहां कईी मिले निशान /
मेरो हाल-रं बेशल-जी निषाएं-
इखकाल-पर खयाल ॥ देखो सक्बय० |
जल्दी गगन करो-देरी नहीं करो ।
मेरे बन का गम इरो-फरमें धतुष बरो-
करके ध्यान ॥ देवों लद॒प्रन ० ॥
भ्छ
[ चाल ] नाटक [ताज करवा मेरी रानी ली सानी क्या डर है
नोट- लच्पण का ख्ूर दुषन से लड़ने . दे दिये
राबचद्र जी से आशा मांगना |!
मुझे नानेदो शा कर इर हैं, तुस्टें काइका पता फिकर हैं
ले भनुषदाण माता हूं , इस सूयकों गिय आता हूं
अभीला, दर दिखा, झाम पनाएँ जस्ट्री शा |
दिल में न कोई फिकर हैं, दुस्दें काई का एता फिफर है।
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