अमरता का पुजारी | Amarata Ka Pujari

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Amarata Ka Pujari by अमर मुनि - Amar Muni

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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गुरु चन्दन यो ज्ञोके5भूत, सुभव्यो, मविजन भवुफोद्माव इेतुस्पुसेहु-- मर्यादायाश्च केतु कलिमतत मदसो मूं विजेतु्िजिता। सस्तात्‌ कस्तायनोद्राकू , दुरित तति इर' भीघर' संपतेश' शोमाचन्द्रो मुनीन्द्रो गुणजलसुघन' भी घनो थी घनो 5यम्‌ | --कर्चिस त्वदीय गुशानुरागी |




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