भारत का भाषा - सर्वेक्षण भाग - 1 | Bharat Ka Bhasha Sarvekshan Bhag - 1
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
16 MB
कुल पष्ठ :
430
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)ना ७
तिव्बती वर्ग १०५, ल्होके, डा-जोग
का, दारपा एव कागते, लादखी, बाल््ती
१०६ पुरिक १०७
हिमालयवर्ती बोलियाँ १०७
असर्वनामीय हिमालयवर्ती
भाषाएँ १०९
गुरुग, मुि, सुनुवार, मंगरी, नेवारी,
रोन्ग या लेप्चा १०९
सर्वेनामीय हिमालयवर्ती भाषाएँ १११
पुर्वी सर्वनामीय समूह श्र
परिचमी सर्वनामीय समूह ११
उत्तरी असमिया शाखा ११ ५. अक
११६, डफ्ला, अबोर-सिरि ११७,
मिश्मी ११७, चुलिकता, दिगारु, मीजू
११८
उत्तरी असम शाखा के सम्बन्ध
मे सामान्य विचार ११८
असमभबर्मी शाखा ११९
बोडो समूह १९२०, कोच भाषा १२१,
कचारी बड या बोड़ो १२२, लाछुग,
दीमा-सा १२२, होजे १२४, चुटिया
१९४, गारो, राभा १२५, टिपुरा,
मोरानू १२६, नागा समह १२६
नागा-बोडो उप समूह १२८
एम्पेओ १२८, कबुद्द; खोइराओ
१२९
परिच्षणी उपसमूह रैरई
अन्गासी १२९, केझामा, सेमा, रेन्गमा,
१३०
मध्यनागा उपसमूह १३१
आओ, ल्होता, तेन्गस, थुकुमि, यचुमि
१३२
पूर्वी नागा भाषाओ की विशेषता १२४
अनुग्वान्कु, चिन्गूमेग्तु, चाग १३४, बन-
परा तथा मुतोनिआ, नमूसन्गिया,
मोसान्ग, शानगे १३५
नागा-कुकि उपसमूह १३५
मिकिर १३६, सोपवोमा, मरामु,
मियागू खागू, क्वोइ्रेंगू १३७, तांग-
खुल, कडान्ग, खन्गोइ, मरिन्यू १३८
कचिन समूह १३९
कुकि-चिन उपसमूह १४१
मेइथेइ १४२
चिन्-भाषाएँ १४३
प्राचीन कुक्ति उपसमूह १४४
हांग खोल, हल्लाम, लोग्रोग १४५,
मनीपुरी' भाषाएँ, हार, चवू १४५
उत्तरी चिन् उपसमूह रू
थाडो, सोक्ते, सियिन, राल्ते, पैते १४७
मध्य चिन् उपसमूह १४७
शुन्कल, लै, लखेर, छुशेइ, १४८
बनुजोगी; पाखू १४९
दक्षिणी चिनू उपसमूह १४९
ख्यग १५०, खमि १५०'
चिन्मे आदि लोगो की भाषाएं १५१
कुकिचिन् भाषामों की सामान्य
विशेषताएं १५१
सक् (लुइ) समूह १५२
अन्द्ो तथा सेंगम, चेरेल, कट, गननू,
सक् १५३, डेगनेतू १५४
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