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Urdu-hindi Shabd Kos by मुहम्मद मुस्तफा खां 'मुद्दई' - Muhammad Mustafa Khan

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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अदोहतः (स्स-2०) फा वि-कसाया हुआ, उपाजित, | जिसमे वारूद असर (बन्द) फा वि-कमाया हुआ, उपाजित, | जिसमें वारूद अथवा मिट्टी का तेल भरकर शत्र की सेना जमा किया हुआ, सचित, घन, सपत्ति । अदोह्तनी (, उन) फा वि-कमाने योग्य, जमा करने योग्य । मदोह (४४०) फा पु -क्ठेश, दुख, कष्ट, रज । अंदोहगीं (,»#£८)8०|) फा. वि -दुखित, शोकान्वित, रजीदा । अदोहनाक (८४9०४) फा वि -शोकपूर्ण, रज में डूबी हुई वात, गोकान्वित, विषादपुर्ण । मदूजान (2) फा पुतुरान का एक नगर। अब. (८-- |) फा पु-एक प्रसिद्ध फल, आम, आम, रसाल | भंबज (टन) अ पुनदे 'अव' जबर ()न--) अ पु -एक प्रसिद्ध बहुमूल्य सुग घित पदार्थ, जो मछली के मुख से द्रवित्त होता एव दवा से काम आता है। अबरच- (सन) अ फा स्त्री-दे अवरीन । अबरवारोस (/_»29न,*”) अ स्त्री -एक खट्टा फल जो दवा में चलता है, ज़िरिश्क । अवरबेज् (;2- >>) मे फा वि -अवर जेसी सुगघ फैलाने- वाला, मवर छिडकनेवाला 1 अबरबेज़ी (_;#”-) मे फा स्त्री -अवर छिडकना, अवर की सुगघ फंलाना । अबरागी (,»#टी,*-) मे फा-वि दे 'अवरी' | अबरों (, #2)*-) अ फा वि -जिसमें अवर जेसी सुगध हो , जो अवर की सुगध में वसा हो, जिसमे अवर मिला हो । मबरीन («/.,,-४) अ फा स्त्री -स्त्रियो की गले में पहनने की धुकघुकी । अबरेसारा (19।.««)-#)] भ फा पु-वह अवर जो विलकुल वेमेलू हो, विशुद्ध अम्वर । हृदयशक्तिवधंक भौषध-द्रव्य । अंबहू (*“-|) अ वि -बहुत अधिक सुचना देनेवाला; बहुत अधिक चेतावनी देनेवाला। अवास (द्वान- |) अ स्त्री -सौत, एक पुरुष की दो स्त्रियो में से कोई एक जो दूसरी की सौत होती है । अबाज (0-1) फा. वि -भागीदार, साझेदार, शरीक, पार्टनर । हि मबाज़ (न) अ पु-निवज' का अठ्काव 1 अबानः («”' 1) फा पु -मझक जैसा एक चमडे का पात्र जिसमें नाज भरा जाता हैं। मंचान (|) फा पु-कमाया हुआ चमडा, करूम, फकीर की चमड़े की झोली; छोटी सडक, मर्कीज़ 1! मबानेनिफत (2.1) फा अ पुनचमडे का कुप्पा, बहु उपाधियाँ, पर फंकते थे। अवानंबाद (०1, न) फा पुं-लोहार की चमडे की घौंकनी । अबार (9-1) मे पु-ढेर, राशि, टाल । अवारखान, (>>) अ फा पुनवह गोदाम जहाँ माल का स्टाक रहता है, मालगोदाम । अबुर, (5,-1) वु पु -सडसी, जिससे लोहार गर्म लोहा पकडते हूं । अबुर (;-]) तु पुनदे 'अवुर। अबुहू (४) फा पु-अवोह' का लघु दे 'अवोह । मंबूवः (&9*- |) अ पु-दे शु उच्चारण “उवूब ' | अवोहू (59) फा पु -समूदाय, समूह, भीड, जमाव, हुजूम । अंसफ (प-५<) फा वि -वहुत अधिक न्याय करनेवाला । असंब (-..-*-|) अ वि -वहुत मुनासिव, अत्युचित । असाव (न) अ पु-निसव' का बहु, वद्यावलियाँ, नसबनामे 1 असाब (---«) अ पु-'नसव' का बहु आपत्तियाँ, दु ख- समूह, मुसीवते; मूर्तियाँ जो पूजी जाती हूं । असार (9८) अ पु-निख' का वहु , सहायता करनेवाले, सहायकगण, मदीने के वह लोग जिन्होंने हज़रत मुहम्मद साहव को भर उनके साथियों को अपने घरो में ठहराया था और उनकी सहायता की थी 1 असारी (८) 1) भ वि -अरव की असार जमाअत का व्यक्ति, असार का वदाज, आधूनिक समय में जुलाहों की उपाधि । ममाजिम (/&1-]अ पु-'आ/ज्म' का वहु , बडे-वडे लोग । मआाजिम (व) मे पु आजम का बहु , पूँगे लोग । मगादी (|) न पु-अदूंका वहु दातुगण, दुश्मन लोग । अआली (लीन) गम पु आला का वहु, ऊँचे और प्रतिष्ठित लोग । अइस्स (|) अ पु -अजीज' का बहु , वशवाले, नातेदार | मइन्न' (व) अ पु-'इवान' का बहु ; घोडो की लगामे | अइफफ (1321) अ पु -अफीफ का बहू , इच्द्रियनिग्रह्वो लोग, वे लोग जो पराई स्त्री की ओर आँख न उठाएँ । अइस्म (८-८) अ पु-'इमाम' का बहु , किसी कलाविशेप के आचायं लोग 1 बइस्म (6-2) मे पु-अिमं का बहु ; चचा लोग। अकक ('-£८) मे पु -उमस, तीस, गर्मी, ग्रीप्म । अक्द (०) मे पु-वात करने में जवान का लडसडाना , रस्सी में गाँठ पड़ना ।




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