उर्दू हिंदी शब्दकोष | Urdu-hindi Shabd Kos
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
51.32 MB
कुल पष्ठ :
772
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about मुहम्मद मुस्तफा खां 'मुद्दई' - Muhammad Mustafa Khan
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)अदोहतः (स्स-2०) फा वि-कसाया हुआ, उपाजित, | जिसमे वारूद असर (बन्द) फा वि-कमाया हुआ, उपाजित, | जिसमें वारूद अथवा मिट्टी का तेल भरकर शत्र की सेना
जमा किया हुआ, सचित, घन, सपत्ति ।
अदोह्तनी (, उन) फा वि-कमाने योग्य, जमा
करने योग्य ।
मदोह (४४०) फा पु -क्ठेश, दुख, कष्ट, रज ।
अंदोहगीं (,»#£८)8०|) फा. वि -दुखित, शोकान्वित,
रजीदा ।
अदोहनाक (८४9०४) फा वि -शोकपूर्ण, रज में डूबी
हुई वात, गोकान्वित, विषादपुर्ण ।
मदूजान (2) फा पुतुरान का एक नगर।
अब. (८-- |) फा पु-एक प्रसिद्ध फल, आम, आम, रसाल |
भंबज (टन) अ पुनदे 'अव'
जबर ()न--) अ पु -एक प्रसिद्ध बहुमूल्य सुग घित पदार्थ, जो
मछली के मुख से द्रवित्त होता एव दवा से काम आता है।
अबरच- (सन) अ फा स्त्री-दे अवरीन ।
अबरवारोस (/_»29न,*”) अ स्त्री -एक खट्टा फल जो
दवा में चलता है, ज़िरिश्क ।
अवरबेज् (;2- >>) मे फा वि -अवर जेसी सुगघ फैलाने-
वाला, मवर छिडकनेवाला 1
अबरबेज़ी (_;#”-) मे फा स्त्री -अवर छिडकना,
अवर की सुगघ फंलाना ।
अबरागी (,»#टी,*-) मे फा-वि दे 'अवरी' |
अबरों (, #2)*-) अ फा वि -जिसमें अवर जेसी सुगध हो ,
जो अवर की सुगध में वसा हो, जिसमे अवर मिला हो ।
मबरीन («/.,,-४) अ फा स्त्री -स्त्रियो की गले में
पहनने की धुकघुकी ।
अबरेसारा (19।.««)-#)] भ फा पु-वह अवर जो विलकुल
वेमेलू हो, विशुद्ध अम्वर । हृदयशक्तिवधंक भौषध-द्रव्य ।
अंबहू (*“-|) अ वि -बहुत अधिक सुचना देनेवाला; बहुत
अधिक चेतावनी देनेवाला।
अवास (द्वान- |) अ स्त्री -सौत, एक पुरुष की दो स्त्रियो में से
कोई एक जो दूसरी की सौत होती है ।
अबाज (0-1) फा. वि -भागीदार, साझेदार, शरीक,
पार्टनर । हि
मबाज़ (न) अ पु-निवज' का
अठ्काव 1
अबानः («”' 1) फा पु -मझक जैसा एक चमडे का पात्र
जिसमें नाज भरा जाता हैं।
मंचान (|) फा पु-कमाया हुआ चमडा, करूम, फकीर
की चमड़े की झोली; छोटी सडक, मर्कीज़ 1!
मबानेनिफत (2.1) फा अ पुनचमडे का कुप्पा,
बहु उपाधियाँ,
पर फंकते थे।
अवानंबाद (०1, न) फा पुं-लोहार की चमडे की
घौंकनी ।
अबार (9-1) मे पु-ढेर, राशि, टाल ।
अवारखान, (>>) अ फा पुनवह गोदाम जहाँ
माल का स्टाक रहता है, मालगोदाम ।
अबुर, (5,-1) वु पु -सडसी, जिससे लोहार गर्म लोहा
पकडते हूं ।
अबुर (;-]) तु पुनदे 'अवुर।
अबुहू (४) फा पु-अवोह' का लघु दे 'अवोह ।
मंबूवः (&9*- |) अ पु-दे शु उच्चारण “उवूब ' |
अवोहू (59) फा पु -समूदाय, समूह, भीड, जमाव, हुजूम ।
अंसफ (प-५<) फा वि -वहुत अधिक न्याय करनेवाला ।
असंब (-..-*-|) अ वि -वहुत मुनासिव, अत्युचित ।
असाव (न) अ पु-निसव' का बहु, वद्यावलियाँ,
नसबनामे 1
असाब (---«) अ पु-'नसव' का बहु आपत्तियाँ, दु ख-
समूह, मुसीवते; मूर्तियाँ जो पूजी जाती हूं ।
असार (9८) अ पु-निख' का वहु , सहायता करनेवाले,
सहायकगण, मदीने के वह लोग जिन्होंने हज़रत मुहम्मद
साहव को भर उनके साथियों को अपने घरो में ठहराया
था और उनकी सहायता की थी 1
असारी (८) 1) भ वि -अरव की असार जमाअत का
व्यक्ति, असार का वदाज, आधूनिक समय में जुलाहों
की उपाधि ।
ममाजिम (/&1-]अ पु-'आ/ज्म' का वहु , बडे-वडे लोग ।
मआाजिम (व) मे पु आजम का बहु , पूँगे लोग ।
मगादी (|) न पु-अदूंका वहु दातुगण, दुश्मन लोग ।
अआली (लीन) गम पु आला का वहु, ऊँचे और
प्रतिष्ठित लोग ।
अइस्स (|) अ पु -अजीज' का बहु , वशवाले, नातेदार |
मइन्न' (व) अ पु-'इवान' का बहु ; घोडो की लगामे |
अइफफ (1321) अ पु -अफीफ का बहू , इच्द्रियनिग्रह्वो लोग,
वे लोग जो पराई स्त्री की ओर आँख न उठाएँ ।
अइस्म (८-८) अ पु-'इमाम' का बहु , किसी कलाविशेप के
आचायं लोग 1
बइस्म (6-2) मे पु-अिमं का बहु ; चचा लोग।
अकक ('-£८) मे पु -उमस, तीस, गर्मी, ग्रीप्म ।
अक्द (०) मे पु-वात करने में जवान का लडसडाना ,
रस्सी में गाँठ पड़ना ।
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