अध्यक्ष कौन हो ? | Adhyaksh Kaun Ho
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
24 MB
कुल पष्ठ :
308
श्रेणी :
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लेखकों के बारे में अधिक जानकारी :
केमेरोन हावले - Cameron Hawaley
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सूर्य नारायण - Surya Narayan
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)“यह ऐवरी बलाड ही है। ” पिल्वरने अत्यन्त गंभीरताके साथ कहा ।
जूलियस स्टीगलके ओठोंसे आह निकल पड़ी ।
डोलेपर पड़ा हुआ शरीर कम्बलसे ढँक दिया गया था; और पिल्चर
घूमकर सीधे तनकर खड़ा हुआ और अपनी आँखें सिकोड़कर बोलो-“वह
मर गया ! ”
जूलियस स्टीगल यों ही बूढ़ा था । उस समय वह और भी बूढ़ा, स्तब्ध और
एकाग्र होकर यह दृश्य देख रहा था -“'अभी एक क्षण पहले ही तुम कह रहे
थे न कि यदि उसे कुछ हो जाय तो ? ”' द
पिल्वर उसके पास से होता हुआ झपटकर निकल गया और मेजपर रखे
हुए टेलीफोनको खटखटाने लगा -“मे श्री पिल्चर । कासवेल एण्ड कम्पनीसे
मिलाओ ।” वह चोंगे पर बोला $ पर झट उसके मनमें एक नयी बात कौंघ
गयी । . . . . जॉजें कासेवल बहुत पुछताछ करेगा. . . .वह तो ट्रेडवे का डाइ-
रेक्टर है।
उसने आदेश दिया-“ठहरो ! स्लेड एण्ड फिचसे मिलाओ । मिस्टर विन-
गेटसे ।””
उसने टेलीफोन का चोंगा हाथसे ढँककर कहा-“इस घटनासे जो लाभ
उठाया जा सके उसे छोड़ना नहीं चाहिए ।''
वह बूढ़ेके उन शुके हुए कं थों के पीछे से बोल रहा था, जो खिड़कीका प्रकाश
न पड़नेके कारण काले पड़ गये थे । भोंपू का स्वर धीरे-धीरे मन्द पड़ता हुआ
अन्तमें सड़कके कोलाहलमें पुर्णतः विलीन हो गया ।
फोन मिल गया-“विनंगेट ? मैं हूँ बूस पिल्चर। यह बात ठीक से समझ
लो।” उसने झटसे अपनी कलाई-घड़ी पर दृष्टि डाली। “शेयर बाजार की घंटी
बजनेमें अब कुल इक्कीस मिनट रह गये हैं। ट्रेडवेके कॉमन शेयर बेचने प्रारंभ
कर-दो। बाज₹र के बंद होनेसे पहले जितने बेच सको, बेच डालो । कया ?
मैंने कहा कि जितने निकाल सको-निकाल दो । और इसके लिए मेरे
कार्यालयमें मुझे फौरन सूचना देना ।
कक्ष की दान्ति में चोंगा रखनेकी ठनक सुनाई दी । स्टीगल उसके सामने
आ खड़ा हुआ था । उसका मुँह सफेद पड़ गया था और वह ज्यों-ज्यों अपने *
मोटे-मोटे ओठ गीले कर रहा था-“तुम. . . क्या तुम समझते हो कि. . ? ””
“जब प्रात:काल लोगों को ज्ञात होगा कि ऐवरी बुलाडं संसारसे कूच कर
गया है तो देयरोंका भाव दस अंश गिर जायगा ।” उसने फिर घड़ीकी ओर
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