हिन्दू राज्य - तंत्र | Hindu Rajya-tantra

Hindu Rajya-tantra  by काशीप्रसाद जायसवाल - Kashi Prasad Jayaswal

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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अनुवादक का निवेदन नौ वर्ष पहले की बात है, एक दिन संध्या समय काशी नागरीप्रचारिणी सभा में मात्यवर श्रीयुक्त ( झब राय साहब ) बा० श्यामसुदरदासजी बो० ए० के हाथ मे सैंने भ्ैंगरेजी के कुछ प्रफ देखे थे। पूछने पर सालूम हुभा था कि श्रीयुक्त काशी- प्रसादजी जायसवाल ने एक श्रंथ लिखा है, जा छप रहा है । उसी का यह प्रफ है; श्रौोर जायलवाजजी इसका हिदो अरन्ु- बाद कराने का विचार कर रहे हैं । मैंने वे प्रूफ झुछ उलट- पुलटकर देखे थे । उसी समय मेरे मन मे यह कामना उत्पन्न हुई थी कि यदि मुभे इसका हिंदी अनुवाद करने का भ्रवसर सिलता, ता बहुत अच्छा होता । परंतु साथ ही उस समय मुझे यद्द भी ध्यान भ्राया था कि यह विषय बहुत गूढ़ हे श्र इसका हिदी अनुवाद करना सेरी श्ररप योग्यता तथा सामथ्ये के बाद्दर है। मेरी वह इच्छा श्रार वह विचार मन ही मन दबा रद्द गया । फिर उस बात की मेरे सामने कभी कोई चर्चा नहा हुई । मैं भी वह बात कुछ दिनों में बिलकुल मूल गया। प्राय; तीन वर्ष पृ मेरे परम प्रिय मित्र स्वर्गीय श्रोयुक्त पं० राधाकृष्णजी का एम० ए० ने प्रस्तुत पुस्तक की छपी हुई श्रौर तैयार प्रति मेरे पास भेजी मुझसे कहा कि झ्ाप इसका अनुवाद करके सेज दे । मेंने बहुत डरते-डरते




User Reviews

  • Manisha

    at 2019-11-24 06:16:33
    Rated : 10 out of 10 stars.
    "One of Greatest Intellectual Treasures of India :Dr Kashi Prasad Jayaswal ji (My Nanaji)"
    काशी प्रसाद जायसवाल हिंदी नवजागरण काल के बहु-आयामी व्यक्तित्व के धनी लेखक हैं। पेशे से वकील और चित्त से स्वाधीनता सेवक जायसवाल जी ने भारतीय इतिहास, पुरातत्त्व, मुद्राशास्त्र, भाषा, लिपि संबंधी अपने अध्ययन-अनुसंधान और चिंतन से ब्रिटिश उपनिवेशवाद के खिलाफ बौद्धिक लड़ाई लड़ी और भारतीय जन मानस को पश्चिम के सत्ता-ज्ञानमूलक वर्चस्व से मुक्त करने का प्रयास किया। उनका विस्तृत कार्य अंग्रेजी में है किंतु वे बालकृष्ण भट्ट, महावीर प्रसाद द्विवेदी और श्याम सुंदर दास के साथ हिंदी भाषा और हिंदी भाषी समाज के बौद्धिक जागरण के लिए सक्रिय रूप से प्रतिबद्ध रहे। अंग्रेजी के साथ-साथ वे हिंदी में भी लिखते, पत्रिका संपादन और व्याख्यान देते।
  • Manisha

    at 2019-11-24 05:55:19
    Rated : 10 out of 10 stars.
    "One of Greatest Intellectual Treasures of India :Dr Kashi Prasad Jayaswal ji (My Nanaji)"
    Im Dr Kashi Prasad Jayaswal' ji grand daughter.I would send here His literary and various academic endeavours in detail.He was first Revolutionary Historian Indolologist Epigraphist Palaeotologist Numismatician of Colonial India.
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