संत विनोद | Sant-vinod
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
4 MB
कुल पष्ठ :
148
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)सन्त-विनोद
कै उम्र
.किसीनें संत वायजीदसे पूछा--“'मापकी उम्र क्या है ?”
आपने जवाब दिया--'चार साल ।
वह आदमी चुप हो गया । वायजीदने समझाया--'मेरी जिन्दगो के
सत्तर साल ढुनियवी प्रपंचमें गुज़र गये । सिर्फ चार बरससे उस प्रभुकी
तरफ देख रहा हूँ । जिन्दगीका जितना वक्त उसके नज़दौक वीता हैं वहीं
जीवन-काल हूँ 1
सावधान !
सत हुसेनने एक वदमस्त शरात्रीसं कहा-- '
*भाई क़दम सँभाल-संभालकर रखो, वर्ना गिर जाओगे ।” 7
दारावी बोला--'मुझे क्या, माप अपनेको समझाइए । सब जानते हैं
कि में पीता हूँ बोर वेख़बर भी हो जाता हूं। गिर जाऊँगा तो नहाकर
साफ हो जाऊंगा । मगर कही गापके पैर डगमगाये तो आप कहीके नहीं
रहेंगे 1'
सुनकर हुसेन सावधघान हो गये ।
पक
सस्त-विनोद
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