करणानुयोग प्रवेशिका | Karananuyog Praveshika

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Karananuyog Praveshika by कैलाशचन्द्र सिद्धान्तशास्त्री - Kailashchandra Siddhantshastri

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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विषयामुक्तमणी ः ः प्रश्नांक प्रमतसंयत गणस्थानका अन्तरकाल ४२६ प्रमत्तसंयत गुणस्वान ११३ प्रमलसंयत गुणस्थानमें कितने जीव रद्द प्रमत्तसंयत गुणस्थानमें बन्ध ६४५ प्रमत्तसंयत गुणस्थानमें बन्घ ब्युच्छिति ६४६ प्रमतसंयत' गुणस्थानमें उदय ६७० प्रमत्तसंयत गुणस्थानमें उदय ब्युच्छित्ति ६७१ प्रमत्तसंयत गुणस्थानमें सत्व ६८५ प्रमाणांगुल श्र प्रमाणांगलसे किसका माप ३३ प्रमाद ११४ प्रमादके भेद ११५ प्ररुपणाका स्वरूप १०१ प्रस्त उपरम ३६७ प्राण १५८७ प्राणके भेद १८८ प्रायोग्यलब्घि ३६० फ फालि ७३४ लव बन्ध ३२ बन्घके भेद ३३ बहुन्बहुविध आदि रठ६ बादरजीव ३१२ बादंर नामकमें श्ण्धे : कादर मोर सुदमजीव रश््र बारहवें दुष्टिवादके भेद | भें भरत क्षेत्रमें परिवर्तन सवप्रत्यय अवधि भवप्रत्यय अवधि किसके भवनवासी देव कहां रहते हैं भवनवासो देवके भेद भवनवासों देवकी आयु भव-विपाकी-स्वरूप भव-विपाको प्रकृतियां अग्यमार्गणाकि भेद भव्य-अभव्यका स्वरूप भव्य-अभव्यके गुणस्थान भागहार भागहारोंका प्रमाण भावध्राण भाववेद किस गुणस्थान तक भाववेद-द्रव्यवेदमें असमानता. भावानुयोगमें किसका कथन भाषापर्याप्ति भोगभूमि भोगभूमि कितनो भोगभूमिज तियंज्चके भेद सं मतिज्ञान मतिज्ञानके भेद मतिशानके विस्तारसे भेद मध्यलोक मनुष्योंके नौ भेद मनुष्य कहां रहते हैं मनाप्य॑यशान ही मकपययज्ञानके भेद है प्रश्नांक ७ ेन्द | थे झ््धं दे ६२३ दर शेण्दे ३५० दे ५१ ही पुह १६० २८२ २८१ हे पद दर दे दे रेट रद१ री दे पथ पृ७ , चुद दगज् इठे ३




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