श्रमण सूक्त | Sraman Sukt

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
श्रेणी :
Book Image : श्रमण सूक्त  -  Sraman Sukt

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about श्रीचन्द रामपुरिया - Shrichand Rampuriya

Add Infomation AboutShrichand Rampuriya

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
डर चच्अन्‍्यक ड महुकारसभा बुद्ध जे भवति अणिस्सिया | नाणापिडरया दंता तेण वुच्चति साइुणो | | (दस, १ ८ पूछे जो बुद्ध पुरुष मधूकर के समान अनिशित हैं--किसी एक पर आश्रित नहीं, नाना पिंड में रत हैं और जो दान्त हैं वे अपने इन्हीं गुर्णों से साघु कहलाते हैं| कर -ब्नांबी




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now