महावीर निर्वाण और दिवाली | Mahaveer nirvan Aur Diwali
श्रेणी : जैन धर्म / Jain Dharm, धार्मिक / Religious

लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
0.25 MB
कुल पष्ठ :
22
श्रेणी :
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)आलोचना जर्यात् सांकत्सरिकि चामा प्रार्थना धीर दाता ना बचनो तणा बला कीघामे अर्थ । युक्ति करी मन वालियु वग्कीधी व्यर्थ ॥ ते मिच्ठामि दुक्ड ॥ १0 साघुर शिक्षा दीधी घणी साठे दिन । पणहू व्ध पत्थर बन्यो थयो काइ नम सिसन॥ २1 नाम फ़कत श्रावक रखो कामों सायज घूस 1 दीकरीनो ठोधों दो उो तंग परण्यो थइ सुश 11३0 गाय गधेटी थी गयो तिय्यव थी पथ येद । एकेम्द्रिय सम थड़ रहो आशु जैन वियेक आयी अपासर मानमा फीबी टेठाठेठ समना उड़ाड़ी सर्यनी उठटों कीधो मैछ 121 जन थयो पण वश पड़यो पाच इन्द्रियन हाथ । सजवानु ते मैं आदरयु आमे नासी नाथ ॥६॥ धम नो ममें जाण्या चिना निन्दा अपार। परधर्मनी टाप टीपरमा मोझों वार हजार ॥उ॥। अड्डा रिया तप करया छाडु हेवा इनाम । जश मोटा मा मरी रहो सोयु मोझ इनाम ८
User Reviews
No Reviews | Add Yours...