महावीर निर्वाण और दिवाली | Mahaveer nirvan Aur Diwali

Mahaveer nirvan Aur Diwali by अज्ञात - Unknown

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about अज्ञात - Unknown

Add Infomation AboutUnknown

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
आलोचना जर्यात्‌ सांकत्सरिकि चामा प्रार्थना धीर दाता ना बचनो तणा बला कीघामे अर्थ । युक्ति करी मन वालियु वग्कीधी व्यर्थ ॥ ते मिच्ठामि दुक्ड ॥ १0 साघुर शिक्षा दीधी घणी साठे दिन । पणहू व्ध पत्थर बन्यो थयो काइ नम सिसन॥ २1 नाम फ़कत श्रावक रखो कामों सायज घूस 1 दीकरीनो ठोधों दो उो तंग परण्यो थइ सुश 11३0 गाय गधेटी थी गयो तिय्यव थी पथ येद । एकेम्द्रिय सम थड़ रहो आशु जैन वियेक आयी अपासर मानमा फीबी टेठाठेठ समना उड़ाड़ी सर्यनी उठटों कीधो मैछ 121 जन थयो पण वश पड़यो पाच इन्द्रियन हाथ । सजवानु ते मैं आदरयु आमे नासी नाथ ॥६॥ धम नो ममें जाण्या चिना निन्दा अपार। परधर्मनी टाप टीपरमा मोझों वार हजार ॥उ॥। अड्डा रिया तप करया छाडु हेवा इनाम । जश मोटा मा मरी रहो सोयु मोझ इनाम ८




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now