यों भी तो देखिये | Yon Bhi To Dekhiye

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Yon Bhi To Dekhiye by वियोगी हरि - Viyogi Hari

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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कलाकार से उस दिन एक पणं-तृण-शून्य टीले पर खडा-खडा में भ्रपने इस आधे घड़े को मौज में बजा रहा था । देखकर तुम्हारे कलाकार साथियों को उसमे कुछ कुतूहल-सा लगा । भ्रौर वे लगे पूखने-- “इस ओधे घडे मे तुझे ऐसा क्या सुन्दर दीखा, जो मस्ती मे भ्रुम-भूमकर तु इसकी खोपडी पर इस तरह कर्ण-कटु ताल दे रहा है 7?




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