आर्य सत्याग्रह | Arya-satyagrah

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
Arya-satyagrah by श्री सत्यदेव विदधालक्कार - Shri Satyadev viddhalakkar

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about श्री सत्यदेव विदधालक्कार - Shri Satyadev viddhalakkar

Add Infomation AboutShri Satyadev viddhalakkar

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
[ छ ३ निद्धास राज्य की शोर से यद्‌ प्रचार बहुत जोरशोर से निरन्तर किय! गया है कि श्राय सत्याह को निजाम राञ्यकी जनता का कुछ भी समर्थन श्रथवा सहयोग प्राप्त न था श्नौर वह बाहर वालो का ही शुरू किया हुआ था । इसकी चर्चा यथास्थान की गई है । लेकिन; यहां यह लिखना छावश्यक है कि थायें सत्याग्रह का वीजारोपण निज्ञाम राज्य के श्यायेसमाजियों ने ही किया था छरीर उसका श्रीगणेश भी इस सत्याग्रह से पिले १६३०८ के अक्तूबर मास मे “रायै रन्ता समिति, के नामसे किया जा चुका था 1 परिडित देवीलाल जी शोभा ने मुद्दी बाज़ार मे लगभग चार हजार की उपस्थिति मे इस सत्याग्रह की घोषणा यह कहते हुये की थी कि “अपने धर्म के लिये जेल जाना कोई बुरी वात नहीं । खव हमारे उद्धार का मागे केवल झर्दिसात्मक सत्याग्रह श्रौर कृष्ण मन्दिर की यात्रा है।” पं० मुन्नालाल जी मिश्र ने निम्न लिखित वक्तव्य पढ़कर सुनाया था कि “दायें- समाजियों पर झधिकारियों की 'ओोर से जो 'त्याचार दो रहे डं अर उनके विरुद्ध जो शूठ हत्या तक के मुकदमे चलाये जाते है, उनकी शोर सरकार का ध्यान कई बार खींचा जा झुका है । लेक्रिन; सरकार ने कोई सुनाई 'झौर श्रबन्ध नहीं किया । हाल ही में सुदखेड़ ्मार्यसमाज के मन्त्री का सिप हवन कुरड बनाने पर चालान किया गया श्र उसे सजा भी दे दी गई । ऐसी घटनाओं के निवारणार्थ निम्न सब्जनों की एक कमेटी “छाये रक्षा समिति' के नाम से स्थापित की जावी है । इसका सम्बन्ध यहां के झार्यसमाजों झथवा उनकी शाखाओं से नहीं है।




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now