अमरप्रकाश | Amarprakash
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
109 MB
कुल पष्ठ :
348
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)ष
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भ्रनुत्तम (०) (मः मा । मम्) | भ्रनुभावः (प°) भावकाः स्चक
प्रधान वासुख्वः। ` गुण किया इत्यादि, प्रभाव, स-
अनुत्तर (चरि ).( रं । रा । रम् ) ।.. क्लन के ज्ञान का निसय ।
अष, अश ह.। « ..... .... | अनुमति: (स्त्री ) सम्मति, वच/् प-
अनुदात्त. ( चि० ) शणिमा जिसमें चन्द्र कला छी नच्हे ।
(प०) एक प्रकार अनुयोगः (पुण) प्रश्न । ...
(चि°) प्रधानवा मुख्य । | अनुरोधः. (पण) अ
अतुपदम् (नपु° । श्रव्यय ) पीक्े। | अनुसरण । ˆ ` ^ `
अनुपदीना ( स्त्रो ).एक प्रकारका | भतुनापः (०) बारबार बोलनां
जूता नो परभरकेड्ै। . | भ्रतुलेपनम् (नपु° ) केसर । ं
अनुपम (चि०) (मः ।.सा। मम) |. . दि सुगन्व द्रवय जो शरीर में |
जिस वस्तु की उपमा लगावाजाताद्ै। | :
स्त्री ) उपमाः का न् | अतुवतंनम् ( नप॑० ) अनुकूलता वा
होना, कमुददिग्गज की स्त्री |. भतुखरश.। . : `.
अनुञ्जवः ( प° ) सहाव । प°) वे |
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