नागरिक शास्त्र प्रवेशिका | Naagarik Shaastr Praveshikaa
श्रेणी : अर्थशास्त्र / Economics
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
10 MB
कुल पष्ठ :
226
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about गोरखनाथ चोबे - Gorakhnath Chobey
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)& नागरिक शाल प्रवेशिका
है । समाज मे अच्छी से श्रच्छी बात हमें सीखने को मिलतीरहै।
कैवल एक ही रुण को पाकर कोई व्यक्ति उन्नति नहीं कर घकता।
मान लीजिये कोई श्रादमी बहुत दो दयालु है । दुसरों की सहायता
करने के लिये वह सदैव तैयार रहता दे । जब कोई दुखी मनुष्य
उसके पास झ्ाता दे तो वह यथाशक्ति उसकी मदद करता है । दम
ऐसे मनुष्य को बहुत हो ऊंची दृष्टि से देखते हें । लेकिन उसे यह भी
ध्यान रखना चाहिये कि भढ शरोर बनावट से को$ उसे ठग न सके ।
यदि उसमें यद्द गुण नहीं हे तो वह अधिक समय तक समाज को
सेवा नद्दीं कर सकता । संलार में मनुष्य को मनुष्य की तरह जीवन
व्यतीत करने के लिये कई गुणों की आवश्यकता पढ़ती है। दया,
सद्धाव, सदहानुभूति, नियम पालन, शाचार-विचार, शिक्षा आदि
सम्पूणं गुण जव तक मनुष्ये न ददोगे तब तक वह भपने उदेश्य
में सफल न द्ोगा । ये विभिन्न गुण विभिन्न शास्त्रों द्वारा प्राप्त दोते हैं ।
एक सुयोग्य नागरिक बनने के लिये केवल नागरिक शास्त्र का
व्ध्ययन काफ़ी नहीं है ।
अपने देश की राजनैतिक दशा को जानने के लिये उसे राजनीति
शास्त्र का पूण शाता होना चादिये १ बिना भौगोलिक परिस्थिति के
ज्ञान के हम यदह नहीं समभ सकते कि किस प्रकार की रहन-सहन
हमारे लिये उपयोगी हो सकती है । जब दम श्रमे देश कौ जलवायु,
उपज, प्राकृतिक दशा तथा जनसंख्या की जानकारी रक्खगे तभी
एक ढोव समाज बना सकेगे। इसलिये नागरिक शाख के साय
भूगोल का अध्ययन शावश्यक हे । जो नागरिक अपने देश का इतिदास
नदीं जानता वह श्षपने देशवासियों को उन्नति का पाठ नदीं षढा
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