कल की दुनिया | Kal Ki Duniya

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Kal Ki Duniya by आर० आर० खाडिलकर - R. R. Khadilkar

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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४. बथा तोप बनायी जो १५५ मील तक गोला फेक सकती थी । जर्सनों ने ऐसे गोठे बनाये जिनमें राकेट भी ऊगे थे । कुछ दूर तक न न च्ल न्र मण € ++ द नि न्नुः १ ५ > अ # र < 2 प चर नि ^ चद भी नस 4 * ‰ 2 ॥१ ९ “ ५ इः 4 + १ 9९ द > 5 ग प १ द ^ {2 > अ < ने ्े # ई ष = ८ ९ 3 ¦ य श ~^ ५ ९ 17; | ॥ > >^ ॥ त क दि हर गा अ न ३ 1 का न ० भ फिर * भ 6 ८५ मर मिड सर < ल सा मर कक > ही था 8 ट ८. क क ६ म हक ध < ९ क ६ स, ० कर 2 शि 22' सद „~ उपि श्रमैरिकिन जल-स्थल गामी '्वीसेलः सामग्री वाहक गादियां जाकर जब गोढों की गति धीमी हों जाती तब ये राकेट काम करने लगते और उसको रौर नयी गति देते । दुनिया की सबसे बढ़ी तोप जर्मनों ने ही बनायी थी । यद्द रेढ लाइन पर ढोयी जाती थी और ३९ इग्बी थी । ८ टन वजन के गोठे इसमें से




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