शिवाजी | Shivaaji
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
17 MB
कुल पष्ठ :
236
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)भारतके प्राचीन राजवंश
( दूसरा भाग )
लेखक--में ०-मन प विदवेदवरनाथ र
इस भागे महाभारतकाल्ते केकर शिद्युनाग, नन्द, मो
इङ्ग, काण्व, आन्ध्र, ग्रीक, रक, पर्दव, कुरान, गुस, शशांक,
दण, वेष, मोखरी, छिच्छवि, ठाङ्कुरी, आदि राजवंशोंका विस्तृत
इतिहास शिल्गाखेसखखो, तास्रपत्रों, सिक्कों ओर दुसरे साधनोंसे
खोजकर लिखा गया हैं । बड़े बढ़े विद्वानोंने इसकी मुक्तकठसे
प्रशंसा की दे । पहला भाग अप्राप्य है, पर उसका इस
भागते. कोड सम्बन्ध नहीं दे । यदद अपने आपमें स्वतंत्र दे ।
मूद्य चार रुपया । | |
मुगल साम्राज्यका क्ष्य
ड ओर ं
उसके कारण
के०-प्रो० इन्द्र विद्यावाचस्पति
मुगल-कारुके इतिहा€पर एक आलोचनार्मक अन्य । लेखकके
कई वर्षोके अध्ययनका फल | इसमें केवल इतिहास ही नददीं दे
इतिहासका सत्य है और उसते निकलनेवाले परिणामोंका विचार
है , पढ़नमें उपन्यास जैसा मनोर॑जक है । मराठोंके सारे इतिहास
पर भी इससे पूरा प्रकादा पढ़ता है । मूद्य पहले भागका पचः
रुपया और दूसरे भागका दो रुपया । दूसरा प्डीशन जल्दी दही
प्रकादित होगा । ल्
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