श्री भट्टनारायण के वेणीसंहार-नाटक | Venisamhara Nataka Of Shri Bhatta Narayana

Venisamhara Nataka Of Shri Bhatta Narayana by श्री भट्टनारायण - Shri Bhattnarayan

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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कथां-सार श्प्ू उस वीर वालकने अपने भुजवलसे अजुं नके तमाम वाणोंको काठ्ते हुए विद्युत गदिसे अजु नके उस प्रशस्त रथको कषणभ रमें वाणोंसे.ढक दिया । वीर वालकके इस अपौरुपेय पराक्रमको देखकर उभय पक्षके सैनिक तथा भगवान्‌ चासुदेव भी कहने लगे-शावाद चालक शावाश यहू सुतकर गाण्डीवघारी अर्जुन तिलमिला उठे और इस वार उन्होंने अति तीकषण वाणोंसे बालकके रथ तथा घनुपकी प्रत्यब्चाको ही काट डाला । किन्तु फिर भी वह वीर बालक विचलित नहीं हुआ । झट तलवार खींचकर पैदल ही अजुं नपर टूट पड़ा 1 उघर कण भी दरवषणसे अपने असहाय पुत्रकी सहायता करने लगे । इतनेमें एक दूसरे रथपर उछलकर वह वालक चढ़ गया और कहले लगा- अरे मेरे पिताकी निन्‍्दामें रत पाण्डुकुमार अजुन देख अब मेरे वाण तेरे अज्ञोंके अतिरिक्त कहीं नहीं गिरेंगे । ऐसा कहकर उसने गाण्डीवधारी अर्जुनके समस्त दारीरको वाणोंसे वींघ ढाना । अजुन उसके तीक्षण वाणोंकी व्यथासे व्यथित हो उठे भर इस वार कऋ्रुद्ध होकर सहख्र सूर्थकिरणोंसे भी अधिक प्रकासमान अपने दक्तिवाणकों वालकके ऊपर छोड़ दिया । परन्तु उससे भी यह वालक विचलित नहीं हुआ । छीघ्रतासे उसने भी परशुरामके कुठारके समान तीक्ष्ण घारवाले चाणकों प्रत्यब्चापर चढ़ाकर क्णपर्यन्त खींचकर एक ही निक्षानेमें अजुंनके उस शक्तिबाणकों आघें मागेमें ही काट डाला । पुतडच भगवान वासुदेव कहने लगे-शावादश वालक दावाद यह सुन अजुनका दर ज्ुक गया और कणके अट्हाससे समरमूभि गूँज उठी । यह देख अजुं नने तिलमि-- लाकर कहा--अरे रे कण तूने तो मेरे परोक्षमें मेरे वीर वालक मभिमन्युका बघ किया था पर गाज मै तेरे सामने ही उसका बदला लेता हूं । यह कहकर इस वार उस महागाण्डीवको सम्हाला जिसका शब्द ब्रज्नपातके समान था । इसनेमें महारथी कणेने मी अपने कालपृष्ठ नामक घनुपकों खौचा । दोनों महारथियोंके घनुपकी प्रत्यब्चाकी ग्गनभेदी टड्ारोंसे कर्ण-विवर फटने लगे। पर अन्तमें कर्णके हाथोंसे घनुप गिर पड़ा कौरवसेना चिल्ला उठी-- हाय कुमार वृषसेन मारे गये त्तदनन्तर कर्णका सहचर सुन्दरक यह सब समाचार लेकर इतस्ततः भटकता हुआ उस वयवृक्षके नीचे बेहोश दुर्योधनके पास पहुँचा । उस समय कुछ होशमें आकर दुर्योधन अपने सबसे प्रिय छोटे माई बीर दुः्शासनके वघका ताजा समाचार सुनकर विलख-




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