मंगलमोद | Mangalamod
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
3 MB
कुल पष्ठ :
138
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)उस्छूकी उड़ान
चोर बढ़ी सफ़ाइसे एक सोखतेका टुकड़ा मेरे पास पेंकिकर
चल दिये !
मैंने उस सोखतेके टुकडेफ्ो चड़ी सावधानी से उल्लटकर
देखा ! उसपर पर्चेके दो सबसे किन अश्नों के उत्तर उनकी
संक्षिप्त विधिके सदिव पेन्सिलके बहुत हलके दाथसे लिखे
इए थे)
बे क्या था | दो सवाल तो मैंने मार लिये ! बाकी
बय रये चार, छुल छः करने थे । इनसे केसे लिपटा जाय ¶
खव छागेकी सुध लेनी थी । मेरे उपर अकारण कृषा
करनेवाले गाड सदोदय भी कदी खिसक गये थे }
ठीक इसी समय एक ऐसी धदना हुई; जिसने मुझे
सच पूछिये, तो क़तरेसे दरिया कर दिया । सुमसे कुछ
दूरपर मेरे ही स्कूलका एक लड़का बैठा हुआ था । बट
यकायक खड़ा हो गया श्रोर बड़े उत्तेजित सखरयं अपने
पासवाले याडंसे वोला--'मास्टर साइन ! सास्टर साइव !!
यह 'चोथा सवाल ग़लत छापा है।' गाढने उसे डॉटकर
बेठा दिया । और सभी लोग उसकी बातपर अविश्ासकी
हसी द पड़ ।
पर मैने इस मोक़ेपर बड़ी समकदारीसे काम लिया ।
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