अंतर्राष्ट्रीय सम्बन्ध | Antrrastriya Sambandh
श्रेणी : इतिहास / History
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लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
12 MB
कुल पष्ठ :
538
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
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No Information available about डॉ. मथुरालाल शर्मा - Dr. Mathuralal Sharma
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)8 भ्रन्तररष्टरीय सम्बन्व
सवीन मानचित्र तैयार करने तथा शतुरष्टरो के सायकौ जाने वाती सन्वियो की)
रूपरेखा तेपार करने की हृप्टि से वलिन के निकट पोटूसदम नामक स्यान पर (तीन
बड़ों का सम्मेलन हुमा ।
इस सम्मेलन में सयुक्तराज्य अमेरिका, सोवियत सघ ग्रौर ग्रैट-ब्रिटेन ने
निम्नलिखित निणंय लिए--
1. शान्ति समभौते की श्रावश्यक प्रारम्भिक तैथारी व रने के लिए एक
परिपद् की स्थापना की जाएं । इस परिपद् का तात्कालिक एव महरवपूर्ण कायं
संयुक्त राष्ट्र में प्रस्तुत किए जाने के लिए इटली, रूमातिया, वर्गेरियां, हगरो तथा
फिनलेंण्ड, की सन्धियाँ, प्रादेशिक प्रश्नों का निपटारा तथा जर्मनी के साथ की जाने
वाली सन्घि की तयारी हो ।
2. जमेंनी को श्रमेरिकी, ब्रिटिश, रूसी भौर फ्रेव--इन चारो श्रधिकार-
क्षेत्री मे बौट लिया जाए । जहाँ तक सम्भव हो सम्पूर्ण जर्मनी वो जनता के साथ
समान व्यवहार किया जाए ) जर्मनी को संनिक शक्ति तथा शस्त्रास्पो से रहित बर
दिया लाए तथा नाजी दल क्तौ श्रवेध घोवित कर वहां प्रजातान्त्रिक शाएखन कौ स्वाप्ना
की जाए ।
3. जमंनी की युद्ध-क्षमता को नप्ट करने के लिए शस्त्रास्त्र, गोला-वारूद के
उत्पादन प्रौर हर प्रकार के वायुयानों व युद्ध पोतों के निर्माण पर प्रतिबन्ध लगा
दिया जाए । जर्मन श्रधंव्यवस्था को पुन संगठित करने के लिए कृषि श्रौर शान्तियूर्ण
गृह्-उयोगो कै विकास पर श्रधिक वल् दिया जाएु।
4, जर्मनी भपने औद्योगिक कल-कारखानों को समाप्त करके युद्ध वी क्षति-
पूरि करे । रूम इस क्षतिपूति का भाग अपने श्रघीन जमेंन प्रदेश तथा श्रपने विंदेशो
सस्थावी मे प्राप्त करे । अमेरिका, ब्रिटेन तथा श्रन्य देश जिनको क्षतिपूर्ति लेने का
अधिकार है, जमनी के पश्चिमी भाग तथा उससे सम्बन्धित विदेशी सस्थानों से क्षति-
पूर्ति प्राप्त करें ।
5. जर्मनी की सम्पूर्ण जल-शक्ति को ब्रिटेन श्रमेरिका ओर रूस में विभक्त
कर दिया जाए तथा. उसकी प्रविकरंश पनडुब्वियो को जल मे डुदो वर नष्ट कर
दिया जाए । जर्मन व्यापारिक जल-साधनों को रूस, श्रमेरिका श्रौर द्विटेन में बॉट
लिया जाए ।
6. सम्मेलन में पोलंण्ड दे सम्बन्ध में भी कुछ निश्चय किए सए । यह तथ
हुमा कि जर्मेनी के साथ झस्तिम शास्ति सममीता होने तक तीन क्षेत्रो-श्रोडर तथा
नायशी नदियों के पूर्व स्थित जर्मन विस्तृत प्रदेश, भूगपू्वस्वाधीन नगर डेजिंग का
पेष तया पूर्वी प्रशा के दक्षिणी श्रदेश को पोलिश-प्रशासन के अन्तर्गत रखा जाए ।
पोलैण्ड की प्रन्तरिम सरकार सार्वजनिक मताधिकार के श्राघार पर शीघ्ातिशीघ्र
„.पोलैष्ड मे स्वत्न्द चुनाव कराए 1
7. इटली, दरो, क्िनलेण्ड तथा वल्गेरियां के सम्बन्ध में यह निर्णय लिया
गया किं इनके साच यथाशीश्च शान्ति-सन्धियां कौ जाद् श्रीर इन्द सयुक्त राषटृ्षप का
सदस्य बना लिया नाए 1
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