कुन्दकुन्द - शब्द कोश | Kund Kund Shabd Kosh
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
6 MB
कुल पष्ठ :
365
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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वि [युत] नेत्र से रहित अवलम्बन। (पचा ४२) अचक्छुजुदवि
य ओहिणा सहिय
अचल वि [अचल] निश्वल, दृढ़, स्यायी। (प्रव ज्ञे १००, नियं
१७७, बो १२) णिच्च अचल अणालब। (निय १७७}
अचरित्त न [अचरित्र] आचरणविहीन, सयमरहित, ब्रतरहित।
(स १६३) अचरित्तो होदि णायव्वो। (स १६३)
अचित्त वि [अचित्त] जीवरहित, अचेतन। (स २२०, २२१,
२३९, २४३, २० मो १७) आदसहावादण्ण,
सच्ित्ताचित्तमिस्सिय हवदि (मो १७)
अचिरेण अ [अचिरेण] जल्दी, शीघ्र, थोड़ा । (स १८९. प्रव ८८)
लहई अचिरेण अप्पाणमेव। (स १८९)
अचेदण वि [अचेतन ] चैतन्यरहित, निर्जीव । (पचा १२४, स॒ ६८,
१११,३२८ प्रव ज्ञे ३५) एदे अचेदणा खलु। (सं १११) -त्त वि
[त्व] अचेतनता। (पचा १२४) तेसि अचेदणत्त।
अचेल्ल न [अचल] वस्त्ररहित, वस्त्रत्याग, मुनियो का एक गुण।
प्रव चा ८) लोचावस्सकमचेलमण्हाण। (प्रव चा ८)
अचोक्ड वि [दे] मलिन, अशुद्ध, अपवित्र। द्रा ४३)
भरियमचोक्छ॒देह। (दवा ४३)
अचोरिय न [अचौर्य] अचौर्य, चोरीरहित, लूटरडित, शील का एक
गुण, त्रत का एक भेद । (शी १९) अचोरिय बभवचेरसतोसे।
(शी १९)
अच्चत वि [अत्यन्त] अत्याधिक, आजीवन, हमेशा, लगातार,
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