हिमकिरीटिनी | Himakiritini
श्रेणी : काव्य / Poetry
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
2 MB
कुल पष्ठ :
164
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)मयुहार
पाच
यौवन-मद-कर सखि, जाग री ।
श्राया है सेंदिस जीवन का,
लाया है स्वर श्यामल घन का,
उड़ चल सजनि । प्ख तेरे ह्ये
राय और. अनुराग री /
लगा. वासनाओं का मेला
री, तूने सौमाग्य ढकेला,
फिसलन पर, कह तो च्रलबेली,
कैसे जागे भाग री?
उड़ने ,में मत रख कुछ बाकी
मधु को एक- कहं का साकी?
छोड भमेले, चल एकाकी,
रूठ न. जाय सुहाग री /
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