वीर सावरकर | Veer Saavarkar
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
2 MB
कुल पष्ठ :
113
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)सस्करण वीजो इण ग्रथ यो
भगतसिघ गुपचुप छपवयि
सव युवका मं क्ति लावण ने
घर-घर रे माही नेखवावै
देशभक्ति ऊची कोटी री
पढता ही सै री निजर टिके
तिनतिन सौ स्पिया मे पोथी
भरेयै वजारा खूब विके
आ साच बात है इतिहासू
सावरकर बात गजब कीनी
सुभाष बोस तो प्रेरणा ही
स्वातत््य ग्रथ सू ही लीनी
भारत आजाद करावण चै
वेधइक चालकर मिले आय
आजाद हिन्द फौज बणावै
विदेसा मायने आप टि जाय
आजाद हिन्द रा सैनिक सै
पढ-पढ ओ ग्रय सीख लेता
आजाद करावण मातभोम
मौतइली रै मूठै चढता
स्वातत्य समर पोधी पढ-पढ
युवक बधे हा. आजै-आगै
ग्रीटिश शासन री आख्या मे
सावश्कर तद खटकण लागे
कवितावा लेख क्रातिकारी
आछा-आछा मन वहलयै
इगलैड आयरलैड अमरीका
तक भाव आपरा फेलायै
जर्मन सोशलिरट वण काग्रेस
सरदारसिघ भीखजी कामो
श्रीमती रुस्तमा नै भेजे
अगवानी करण पैरा जामो
चै भाषण देय फिरग्या रो
मी्िग रे माया फोडे भडो
आठ कमल लिख वब्देमात्रम
कामा उठ कैरावै डो
रूसी क्रातिकारया यू. दोय
लडका नै सिखा बणाणा बम
वैठाय जहाज माय कैवै
भारत मे बणा दिखावो दम
पिस्तौल बणावण री पोथी
यै आता सागै लायै दै
गोरा नै ढाक चढाक्ण नै
चै बणा चलाय दतायै है
भारत मे भेजे पिस्तौला
कर वडा-वडा खोखन्ा यरय
वलशाली चणायै युवका नै
गोरा रो करणै ताड अत
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