देश - दर्शन | Desh - Darshan
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
5 MB
कुल पष्ठ :
78
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)इस चचं के सामने हिन्दी कालेज है। यह कालेज पहले
कनेल स्किनर का निवास स्थान था । नगर में बहुत से प्राचीन
भवन हैं जिन्हें प्रसिद्ध व्यक्तियों ने मुगल समय में और हिन्दू
शासन काल में बनाए थे । नगर के बाहर रोशन रा बाटिका
है जिसे शहज़ादी ने बनवाया था। शहज्रादी की समाधि
बाटिका के भीतर ही है । सदर बाज़ार से लेडी रीडिज् हेल्थ
स्कूल को एक सड़क जाती है। इसे चल्सं 7 वेलियन ने
बनवाया था |
नगर से कुछ दुर पर हरिजन-कालोनी ( बस्ती ) है । पहले
यह वस्ती बड़ी गन्दी थी। यहां प्रायः भङ्गी लोग रहा करते
थे और इतनी गन्दगी थी जिसे नरक से तुलना दी जा सकती
है । हरिजन-बस्तियां तो कटं एक हैं पर श्र श्रद्धानन्द बाजार,
सुईबाला और अजमेरी दरवाजे की बस्तियों में देश के महान
व्यक्तियों की कृपा दृष्टि पड़ने से सुधार हो गया हे और अब
यहां पक्के मकान बन गये हैँ । महात्मा गांधी अभी हाल ही
मे जब मन्त्री-दङ द्वारा निमन्त्रित किये गये थे तो वह हरिजन-
बस्ती में ही हरिजनों के मध्य ठहरे थे । हरिजन बस्ती में अब
ऐसे स्थान बन गये हैं जिन्हें लोग देखने के लिये जाते हैं ्औौर
देखने योग्य हो गये हँ । हरिजन बस्ती मेँ घनश्यामदास बिडला
ने श्री लक्ष्मीनारायण जी का एक बड़ा सुन्दर मन्दिर अभी हाल
ही मँ बनवाया है । यह मन्दिर भारतवषं की प्रमुख तथा प्रसिद्ध
मन्दिरों में से है। यह बड़ा सुन्दर है। मन्दिर में आधुनिक
कला तथा प्राचीन शिल्पकला का मिश्रण है। मन्दिर मुख्यतः
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