सरल भारतीय शासन | Saral Bhaaratiiy Shaasan
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
7 MB
कुल पष्ठ :
151
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)9 सरल भारतीय शासन
१--यनाम (गोदाघरी नदी के डेट्टे के किनारे पर ),
२--मादह्दी ( मालघार के किनारे पर ),
३--कारीकल ( कारामंडल के किनारे पर),
४--पाडेचसी ( कारोमंडल के किनारे पर ), भोर,
४--चन्द्रनगर ( कलकत्ते के पास ) ।
इन सब स्थानों का क्षेत्रफल २०३ घग मील श्रौर, जन-
संख्या पौने तीन लाख के लगभग है । इन स्थानों में पांडेचरी
मुख्य है । यदी इन खव की राजधानी हे, जिसमें इनका प्रबन्ध
करने के लिये पक गघनर तथा उसकी सहायताथं पक मन््ी,
कुल् विविध विभागों के सेक्रेटरी, श्रोर पक न्यायाध्यक्ष, रहते हैं ।
फ्रांस की भारतीय प्रजा की श्रार से दो प्रतिनिधि फास क्ती
पालिमेन्ट भ्र्थात् क़ानून बनाने वाली महासभा में भाग
लेते हैं ।
पुतंगाल के ध्रधीन तीन स्थान हैं :--
१--गोवा--व( घग्बई के दक्तिश मे),
२--डामन ( गुजरात के किनारे पर),
३- ञ्य ( काठियाघाड़ के किनारे पर ) ।
इन तीनों स्थानों का क्षेत्रफल केवल साढ़े चौदह सो घग
मोल ्रौर जन-संख्या लगभग ह्वः लाख हे । इन स्थानों के लिये
पक गघर्नर-ज्ञनरल, गोषा ( राजधानी ) मे रष्टता हे । उसकी
प्रायः पाँच साल मे बदली होती है । उसकी प्रवन्धकारिशी मौर
व्यवस्थापक दानो प्रकार की समाएँ हैं ।
यदह ध्रव तक ब्रिटिश भारत काही पक प्रान्त
था) सन् १९२५ हैण्के शासन विधान से इसे भारतवष से
पृथक् करके, इसके लिए पृथक् शासन व्यवस्था निर्धारित कर
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