शब्दार्थचिन्तामणि | Shabdarth Chintamani
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
24 MB
कुल पष्ठ :
426
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)8२४ ~ --- - प
6 कठिनी कडङक
| नादिति उभेष्॥ 1 गग्रिगणगरमारम्भन प्रतति 1
| कट. । पु | मुनिविशेषि ॥ बाठशाग्वा ध्य | नी ससन्भेमाद्मस्य ! तेनास्बायदि
यनकत्सेरि ॥ कढ्शाखाभिन्त ॥ ऋ सुतिनी षट् वन्ध्या कीट्रशी नाम ॥
चां प्रभेदे ॥ स्वरे॥ यजुश्सास्वाविशेषे | कठिल्ल । पु । कारनेक्तं ॥ कठति । क
॥ कठेन मोक्त॑म धीते । वैश्म्याय|| ठशोके । वाहु लकादिल् ॥
नान्तेवा सिश्लात जातस्यणिने' कट | कटिनज्ञफ । प। काप गेत्न ॥ तन्नस्याम् ॥
चरकाल्ुगिति स्तक ॥ | पुननवायाम् ॥ म्यान् ॥
कटम् । पुं! शिम ॥ (कटी । सी 1 कठन प्रोक्तमध यानान
कटर, । पुं । कठिने ॥ | म् ब्राह्मग्छाम् ॥ श्वाध्येष्बाचि,
कटा । खी । करिग्याम्। सन जातिन्लान डी प |
कठाकु । पुं। पक्ठियि॥ कठति) कठ |कटेर. । पं । कृच्छञोषिनि। दृिद्रि॥
कृचकुजीवने । कठिकुषिन्यां काकु: | [ कठति । कटक । परतिक(रिक्टी,
कठाचक । पं । दा हस्वे ॥ रक ॥
कटिश्चरः । पुं । तुखस्याम् । पथादे ५] कटे, । पु । चासग्वासे । मन्धरो ॥
कुष्णावबेरायाम् । कठिन जस्यति, कठोर । चि । कठिन ॥ कठति। कंठ० । कं
शुष् वयहन । र्दन, । कनेर | (थकिम्यामिरन्॥ पृगे ॥ क ठोरता
श | पृपाद्गादि ॥ राधिपाश्यन'कषि । इसिमाघः न
टिम | पि । मरे । सिरे । कठारे ॥ | कड, । पु मुख ॥ कंडति । गाइस दे,
सन्मे ॥ न । स्थाल्याम् ॥ वेयभास । पश्चाच ॥ |
मसिददषु यवान्या निकट भूनि- | कडकम् । न 1 सामृदधे । शिरे । कर †
म्नादिदु्येषु ॥ कठति । कऽ ।वय्- | कच द्ति-रोाडमाषाप्रसिङके श्तामद्।
षुलमन्यर्धपमीति न्त ॥ | शषण॒ ॥ रे
अं । पु 1 कमठ । कूम ॥ कडङ्कर । परं माषम् द्ादिकषा् 4 बुस ॥
कठिनुफु । सी । गुडशकरायाम् ॥ | कंडङकराति । कुण स
काठमिका | खी । कचिन्याम् ॥ दिति मिपरततनात खश्च ॥
कठिनो । सी । वेलेखिकायाम्, । पा | कडङ्करीय । भ। ही
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कशक्कायाम सैलखड़ी इतिभाषा ॥ कड़क । थिं। डेरा
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वि म फार तर ठि = नि = शर दभि = अगः ‡‰
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